नौगढ़ में तीन जिलों के पुलिस अधिकारियों की बैठक
नौगढ़। लोकसभा चुनाव में अवरोध उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के साथ ही नक्सलियों की आवाजाही नियंत्रित करने के लिए पुलिस और पीएसी बल प्रतिदिन जंगलों में कांबिंग करे। साथ ही ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान करें। यह निर्देश बृहस्पतिवार को स्थानीय थाने के सभागार में आयोजित तीन जिलों के पुलिस अधिकारियों की बैठक में एडिशनल एसपी नक्सल अनिल कुमार यादव ने दिए। कहा कि ज्यादातर नक्सली छत्तीसगढ़ व झारखंड में हैं जिनके रिश्तेदार और संबंधी उत्तर प्रदेश के 20 से 25 किलोमीटर के बार्डर पर गांवों में परिवार के साथ निवास करते हैं। इन पर निगरानी करने की आवश्यकता है। उनके आने-जाने और रहने-खाने की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए व गांव के लोगों से समन्वय स्थापित कर उनके रुकने वाले घरों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जाए। बैठक में आगामी लोकसभा की चुनाव की सुरक्षा को लेकर चर्चा किया गया। तय हुआ कि चुनाव में जितने भी बूथ बनाए गए हैं वहां तक जाने के लिए सड़क पर जितने गड्ढे हैं या बूथ तक जाने के लिए मार्ग नहीं है वहां पर जिम्मेदार अधिकारी जाकर सर्वे कर समस्या को दूर करेंगे।
एएसपी ने कहा कि अभियान के दौरान बल का नेतृत्व कर रहे अधिकारी नक्सलियों के ठिकानों पर छापेमारी भी करें और संदिग्ध वस्तुओं के मिलने पर उसकी गहन पड़ताल करें। बैठक में उपस्थित एसडीएम आलोक कुमार ने अधिकारियों से कहा कि आपके इलाके में कोई भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति नजर आए तो तुरंत उन्हें पुलिस के सरकारी नंबरों पर सूचना देने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने सभी विभागों में समन्वय व सूचनाओं के तुरंत आदान-प्रदान की बात कही। बैठक में बिहार सहित चंदौली मिर्जापुर, सोनभद्र के पुलिस अधिकारी शामिल रहे। इस दौरान एडिशनल एसपी 145 बटालियन डीसी कंटिजंट, नक्सली यूनिट मिर्जापुर के एसआईओ दीनानाथ सरोज, सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा, नक्सल यूनिट सोनभद्र के राम भजन चंदौली के पवन कुमार तिवारी, ओबरा से रामबदन, थानाध्यक्ष नौगढ़ जितेंद्र बहादुर सिंह, वन क्षेत्राधिकारू मकसूद हुसैन वन क्षेत्राधिकारी पीके सिंह सहित चिकित्सा, बेसिक शिक्षा, पीडब्ल्यूडी व विद्युत विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।