उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के निर्देशन में आम महोत्सव के दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रम हुए
आम महोत्सव प्रदर्शनी लोगों को कर रही आकर्षित, सेल्फी पॉइंट्स पर फ़ोटो क्लिक करने के लिए लगी रही होड़
लखनऊ: प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह के निर्देशन में आम महोत्सव के दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रम संपन्न हुए। राज्य स्तरीय आम महोत्सव के दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में लोगों ने आकर प्रदर्शनी का अवलोेकन किया। विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने विशिष्ट आमो की प्रजाति को देखकर आश्चर्यचकित हो गए, लोगों के मन में उठ रहे सवालों एवं जिज्ञासाओं का समाधान स्टाल में उपस्थित अधिकारियों द्वारा किया गया। अधिकारियों ने लोगों को आम के विशिष्ट प्रजातियों के बारे में विस्तार से बताया। आमजनो ने आम प्रदर्शनी में आम के साथ फोटो भी क्लिक कर इसे अपने फोन में कैद की, इसके अलावा आम महोत्सव 2023 के बने सेल्फी पॉइंट पर लोगों ने खड़े होकर सेल्फी भी खिंचवाई। आम महोत्सव के दौरान आम की गुणवत्ता एवं उत्पादन बढ़ाने हेतु चल रहे तकनीकी कार्यशाला के दूसरे दिन विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।
निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण डा0 आर0के0 तोमर ने बताया कि महोत्सव के दूसरे दिन प्रदर्शनी में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये किसानों व बागवानों तथा लखनऊ शहर के सम्मानित नागरिकों, जन प्रतिनिधियों द्वारा महोत्सव में विभिन्न प्रकार के 795 किस्मों के प्रदर्शों का अवलोकन किया गया। अरूणिका, पूसा अरूणिमा, अम्बिका, पूसा सूर्या, पूसा लालिमा, पूसा पीताम्बरा आदि आम की रंगीन किस्मों को देखकर किसान बन्धु अति उत्साहित हुए तथा महोत्सव स्थल पर लगे स्टॉलों पर पहुँचकर आम को चख कर रसास्वादन भी किया गया।
उद्यान निदेशक ने बताया कि बढ़ते मधुमेह रोगियों के लिए वरदान सिद्ध हो रही आम की टामी-एटकिन्स प्रजाति दूसरे दिन मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। महोत्सव में आये कृषकों एवं लखनऊ शहर के नागरिकों द्वारा उद्यान विभाग की पौधशालाओं एवं निजी क्षेत्र के पंजीकृत पौधशालाओं द्वारा लगाये आम के कलमी पौधों के स्टॉल से जाँच परख कर उच्च गुणवत्ता की विभिन्न प्रजातियों (मल्लिका, आम्रपाली, हुस्ने-ए-आरा, अम्बिका, अरूणिमा, चौसा, लगंड़ा, दशहरी, रामकेला आदि) के कलमी पौधों का क्रय किया गया।
आम का उत्पादन, उत्पादकता, प्रसंस्करण एवं विपणन तथा निर्यात सम्बन्धी तकनीकी जानकारी बागवानों एवं आगन्तुकों को उपलब्ध कराने के हितार्थ तकनीकी सत्र का संचालन डा0 वी0बी0 द्विवेदी संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी द्वारा किया गया। तकनीकी सत्र के दौरान केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के प्रधान वैज्ञानिक डा0 पी0के0 शुक्ला द्वारा आम की बाग में लगने वाले कीट व्यधि प्रबन्धन एवं प्रधान वैज्ञानिक,डा० सुशील कुमार शुक्ला द्वारा आम के वृक्षों की कैनोपी प्रबन्ध एवं आम की बाग में अन्तराशस्यन विधि तथा डा० सत्यप्रकाश, विभागाध्यक्ष, सरदार वल्लभ भाई पटेल, कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मोदीपुरम मेरठ द्वारा आम की अनियमित फलन नियत्रंण तकनीक एवं बाग प्रबन्धन की उन्नत तकनीक एवं औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र, प्रयागराज के मुख्य उद्यान विशेषज्ञ, श्री कृष्ण मोहन चौधरी द्वारा आम की उन्नत प्रबन्धन तकनीक तथा एवं उप निदेशक (शोध), बस्ती के डा० वीरेन्द्र सिंह द्वारा आम की उन्नतशील प्रजातियों पर विस्तृत व्याख्यान दिया गया। संध्याकालीन संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन महोत्सव के दूसरे दिन भी सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सहयोग से सम्पन्न हुआ, जिसका आगन्तुकों द्वारा पूरे उत्साह के साथ मनोरंजन का लाभ प्राप्त किया गया।