वाराणसी। आजाद भारत के चप्पे चप्पे पर लिखी है आधुनिक भारत के महान शिल्पकार देश के प्रथम प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी की विकास गाथा ।
उक्त विचार आज ईंगलिसियालाइन स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन के कार्यालय पर आयोजित पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयन्ती पर वक्ताओं द्वारा ब्यक्त किया गया। फाउंडेशन के सचिव बैजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के ही नहीं विश्व के लोकप्रिय नेता थे पंडित जवाहरलाल नेहरु जिन्होंने भारत को नवरत्न कम्पनियों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने का काम किया।वे मात्र एक व्यक्ति नहीं अपितु विचार थे जिसके कारण वे आज भी जीवित हैं।
वक्ताओं ने आगे कहा कि आधुनिक भारत के महान शिल्पकार और आजाद भारत के प्रथम प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु एक युग पुरुष थे, सैकड़ों साल की गुलामी में जकड़े देश की आजादी के महासंग्राम में उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में दसियों साल जेल में बिताते हुये आधुनिक भारत के नव निर्माण का जो सपना बुना था उस सपने को पूरा करने के लिये आजाद भारत के पहले प्रधान मंत्री के रूप में जीवन की अन्तिम सांस तक संघर्ष करते हुये देश को एक ऐसी मजबूत बुनियाद प्रदान किया जिस पर आज के भारत की पूरी ईमारत खड़ी है। वे एक महान स्वतंत्रता संग्रामसेनानी, उच्चकोटि के विद्वान, लेखक और दूरद्रष्टा थे। ,उनका हर कदम केवल और केवल देश के नवनिर्माण के.लिये और हर सांस देश के लिये समर्पित थी। जिसके कारण ही देश दुनियां के पैमाने पर उन्होंने भारत को एक स्वाभाविक और आत्मनिर्भर स्वरूप प्रदान करने की अनगिनत योजनायें चला कर एक आधुनिक और विकासशील भारत का निर्माण किया था, जिसके चलते तत्कालीन विश्व के गिने.चुने नेताओं में.उनका शुमार होता था।
पंडित जवाहरलाल नेहरु के द्वारा इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में अंकित अविस्मरणीय महत्तम योगदान को वर्तमान और आने वाली पीढ़ियां कभीं भी बिस्मृत नहीं कर पाएंगी और हमेशा उनकी कृतज्ञ रहेंगी ।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सिंचाई आयोग के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ नेता पंडित विजय शंकर पाण्डेय ने और संचालन फाउंडेशन के सचिव बैजनाथ सिंह ने किया । इनके अलावा सर्वश्री राधेश्याम सिंह, डॉक्टर पी0एस0 पांडे, राधे लाल एडवोकेट , भूपेंद्र प्रताप सिंह, आनन्द सिंह, ,मनोज चौबे, प्रभु नाथ पांडे एडवोकेट, आनन्द मिश्रा , ब्रह्म देव मिश्रा, संजय तिवारी, पुनीत मिश्र, विजय कृष्ण राय अन्नू, महेन्द्र चौहान, कमलाकात पांडे, ,ज्वाला मिश्रा, पंकज मिश्रा एडवोकेट , डाक्टर संजय चौहान, ,अशोक कुमार पाण्डेय , निशांत ओझा, वैभव त्रिपाठी, मौहम्मद अरशद, युवराज पाण्डेय, पिन्टू शेख , आदि लोगों ने अपना विचार प्रकट किया ।