वाराणसी। देश की जानी-मानी मॉडल एवं मिस इंडिया एशिया पैसिफिक पाखी सिंह ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि अपने सपनों को मत छोड़ो। मुश्किलें आएंगी, लेकिन अगर आप मेहनत और लगन से काम करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। आत्मविश्वास, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के दम पर आप सफलता की ऊंचाइयां छू सकते हैं।
पाखी बुधवार को वाराणसी के पांडेयपुर स्थित जायसवाल पेट्रोल पंप परिसर में अर्बन वाइब डांस एवं फिटनेस स्टूडियो के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। पाखी देश की अग्रणी मॉडल और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि समाज सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अपने मॉडलिंग करियर के साथ-साथ समाज सेवा में भी सक्रिय भूमिका निभाएंगी। विभिन्न सामाजिक अभियानों से जुड़कर गरीब और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए काम करेंगी। इस पहल के तहत वह विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों और महिलाओं के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं।
पाखी ने कहा, “मिस इंडिया एशिया पैसिफिक का खिताब जीतने के बाद, मैंने सोचा कि इस पहचान का उपयोग समाज की भलाई के लिए कैसे किया जा सकता है। समाज सेवा में योगदान देना मेरा सपना रहा है और अब मैं इसे साकार करने जा रही हूं।”
इस अवसर पर पाखी ने अपनी आगामी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह एक जागरूकता अभियान शुरू करेंगी, जिसके माध्यम से लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व के बारे में बताया जाएगा। इस अभियान के तहत वह विभिन्न स्कूलों और ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करेंगी और लोगों से संवाद करेंगी।
पाखी सिंह ने अपनी यात्रा के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि बनारस जैसे शहर से निकलकर उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। अपनी प्रारंभिक शिक्षा यहीं से पूरी की और हमेशा से ही पढ़ाई में अव्वल रहीं। अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां दीपा सिंह को देते हुए पाखी कहती हैं कि “मुझे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। मैं हमेशा से कुछ बड़ा करना चाहती थी। मेरे माता-पिता ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया और मुझे अपने सपनों को पूरा करने का पूरा मौका दिया।”
पाखी ने बताया कि मॉडलिंग की यात्रा किसी कहानी से कम नहीं है। “मॉडलिंग की दुनिया में आना मेरे लिए आसान नहीं था। शुरुआत में, मुझे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। अपने आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के बल पर मैंने एक के बाद एक सफलताएं हासिल कीं और अंततः मिस इंडिया एशिया पैसिफिक का खिताब अपने नाम किया। यह मेरे लिए एक गर्व का क्षण था। इस खिताब ने मुझे न सिर्फ पहचान दी, बल्कि मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का भी मौका दिया।”
पाखी ने यह भी बताया कि इस प्रतियोगिता ने उन्हें कई नई चीजें सिखाईं और उनके व्यक्तित्व को और निखारा। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा से ही समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझती हूं और विभिन्न सामाजिक अभियानों से जुड़ी हूं और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहती हूं।”
इस अवसर पर देश की जानी-मानी चित्रकार पूनम राय समेत बड़ी संख्या में गण्यमान्य लोग मौजूद थे।