रायपुर, / राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत 1 से 30 सितंबर तक महासमुंद जिले के कुल 1790 आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। पोषण माह के अंतिम सप्ताह में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। आज शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों द्वारा रैली निकालकर जागरूकता संदेश दिया गया। इस रैली का उद्देश्य बच्चों और ग्रामीणों में संतुलित आहार के साथ पोषण आहार की निरंतरता, मात्रा और खाने के तरीके पर लोगो तक जन जागरूकता लाना है। सही मात्रा में पौष्टिक भोजन लेने पर ही हम शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते है ।
महासमुंद शहरी परियोजना अंतर्गत सेक्टर 1 में पोषण माह अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में संतुलित आहार एवं खानपान की जानकारी दी गई। विभिन्न व्यंजनों का प्रदर्शन कर गर्भवती और शिशुवती माताओं को खानपान के बारे में समझाया गया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि गर्भवती माताओं के लिए जीवन के सुनहरे एक हजार दिन विशेष होते हैं। इस अवधि में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। उन्होंने महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतने और अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की समझाईश देते हुए कहा कि समय पर पौष्टिक आहार लेवें। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं की जानकारी का भी लाभ उठाएं। इस दौरान बच्चों का वजन लिया गया एवं रैली निकालकर जागरूकता का संदेश दिया गया।
ज्ञातव्य है कि 23 सितम्बर से 29 सितम्बर तक जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। जिसमें 24 सितंबर को शाम को कुपोषण मुक्ति हेतु मशाल रैली, 25 सितंबर को बाजार हाट में पोषण जागरूकता, 26 सितंबर को समस्त कार्यकर्ता की पोषण भी पढ़ाई भी पर कार्यशाला, 27 सितंबर को पंचायतों में विशेष पोषण सभा (जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में), 28 सितंबर को स्वच्छता ही सेवा (आंगनवाड़ी और पोषण वाटिका, हितग्राही के पोषण बाड़ी की साफ-सफाई) एवं 29 सितंबर को व्यंजन, रंगोली, मेहंदी और पोषण खेलकूद का आयोजन किया जाएगा।