एनसीएल ने बुधवार को किया एक दिन का सर्वाधिक कोयला प्रेषण
सोनभद्र / सिंगरौली कोल इंडिया लिमिटेड की सिंगरौली स्थित अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने बुधवार को कोयला उपभोक्ताओं को अपने इतिहास में एक दिन का सबसे अधिक 4.1 लाख टन कोयला प्रेषित किया है। नित नए मुकाम बनाते हुए कंपनी ने पिछले 2 महीनों में अंदर तीन बार 3.87 लाख टन, 4 लाख टन और अब 4.10 लाख टन जैसे एक दिन में सर्वाधिक कोयला प्रेषण के कीर्तिमान स्थापित किए हैं । साथ ही बुधवार को एनसीएल ने अब तक के सर्वाधिक एमजीआर (मेरी-गो-राउंड) से 80 कोयला रेक थर्मल पावर प्लांट्स को भेजी हैं। मेरी-गो-राउंड एक पर्यावरणीय अनुकूल कोयला परिवहन माध्यम है जो खदानों से बिजली संयंत्रों तक एक समर्पित रेलवे लाइन का उपयोग करता है। बढ़ती कोयला मांग को पूरा करते हुए एनसीएल ने बुधवार को देश भर के विभिन्न उपभोक्ताओं को कुल 118 कोयला से भरी हुई रेक भेजीं हैं, जिनमें 80 एमजीआर और 38 आईआर रेक शामिल हैं । एनसीएल ने बुधवार को बिजली घरों को 3.73 लाख टन कोयला प्रेषण किया है। देश की कोयला आवश्यकता को पूरा करते हुए एनसीएल ने चालू वित्तीय वर्ष में 15% की वार्षिक वृद्धि के साथ 67.41 मिलियन टन कोयला प्रेषित किया है एवं आने वाले समय में भी राष्ट्र को क्षमता अनुसार भरपूर कोयला देने हेतु प्रतिबद्ध है। भारी मानसून और कोविड महामारी के बाबजूद एनसीएल ने कोयला निर्बाध लक्ष्यों के समांतर कोयला उत्पादन कर रही है व वित्त वर्ष 21-22 में अब तक 62.81 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया है।एनसीएल वित्त वर्ष 2021-2022 में 119 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 126.5 मिलियन टन कोयला प्रेषण का लक्ष्य दिया गया है । कंपनी राष्ट्र की कोयला मांग को पूरा करने के साथ कोयला क्षेत्र में राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उत्पादन व परिचालन के लिए बुनियादी ढांचे के विकास पर निरंतर ज़ोर दे रही है । एनसीएल भारत सरकार की एक मिनीरत्न कंपनी है जो अपनी सिंगरौली और सोनभद्र जिलों में स्थित 10 आधुनिक मशीनीकृत खदानों के माध्यम से कोयला निकालती है