सोनभद्र, सिंगरौली। एनटीपीसी विंध्याचल के क्षेत्रीय ज्ञानार्जन संस्थान द्वारा विंध्याचल, सिंगरौली और रिहंद के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के लिए “सुरक्षा और पर्यावरण के कानूनी पहलुओं” पर एक महत्वपूर्ण सत्रों की श्रृंखला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यकारी निदेशक (विंध्याचल) ई सत्य फणि कुमार द्वारा मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक(चिकित्सा) डॉ. बी सी चतुर्वेदी, महाप्रबंधक(आरआरएलआई) त्रिलोक सिंह और महाप्रबंधक(हरित रसायन) सुजय कर्माकर की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया ।
कार्यकारी निदेशक (विंध्याचल) ई सत्य फणि कुमार ने अपने उद्बोधन में एनटीपीसी की सुरक्षा और पर्यावरण प्रबंधन के प्रति अडिग प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने टीम विंध्याचल की सराहना की और प्रतिभागियों को स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण मानकों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित भी किया, ताकि वे दूसरों के लिए आदर्श स्थापित कर सकें।
तदोपरांत मुख्य महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा ने अपने उद्बोधन में सुरक्षा और पर्यावरण संबंधी विचारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया और बताया कि ये संगठन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। उन्होंने बेहतर ESG स्कोर और एक जीवंत कार्यस्थल के निर्माण में इनका योगदान उल्लेखित किया।
तत्पश्चात मुख्य महाप्रबंधक(चिकित्सा) डॉ. बी सी चतुर्वेदी डॉ. बी.सी. चतुर्वेदी ने सुरक्षा ढांचे में मेडिकल सेवाओं की भूमिका को दोहराया और कहा कि ये सेवाएँ नियामक मानकों का पालन और आपात स्थितियों के लिए तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में महाप्रबंधक(आरआरएलआई) त्रिलोक सिंह ने अपने स्वागत भाषण में सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सुरक्षा के कार्यस्थल की स्थिरता और भविष्य की व्यापारिक संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में HOPs, CGMs, GMs, HODs और SMC सदस्यों सहित कुल 236 प्रतिभागियों ने भाग लिया और यह सत्र सुरक्षा और पर्यावरण प्रबंधन के कानूनी पहलुओं पर विस्तृत अंतर्दृष्टियाँ प्रदान करने में सहायक रहा। इस पहल ने प्रतिभागियों की कानूनी आवश्यकताओं और सर्वोत्तम प्रथाओं के प्रति समझ और व्यावहारिक अनुप्रयोग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।