सोनभद्र, / एनटीपीसी रिहंद एवं लोक एवं जन जाति कला एवं संस्कृति संस्थान, उत्तर प्रदेश के मध्य सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
यह समझौता ज्ञापन का कार्यक्रम लखनऊ के गोमतीनगर स्थित पर्यटन निदेशालय में संपन्न हुआ। एनटीपीसी रिहंद के नैगम सामाजिक दायितव के अंतर्गत हस्ताक्षरित सहमति पत्र के माध्यम से लोक एवं जन जाति कला एवं संस्कृति संस्थान प्रदेश के विभिन्न अंचलों में कला संस्कृति के प्रचार प्रसार एवं आदान-प्रदान संरक्षण अभिलेखीकरण का कार्य आपसी सहमति के आधार पर किया जाएगा । इस समझौते का उद्देश्य लोक कला एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान, उत्तर प्रदेश और एनटीपीसी लिमिटेड, रिहंद के बीच शैक्षणिक सहयोग और शिक्षण और अनुसंधान के अनुभवों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।
इस समझौता ज्ञापन पर जाकिर खान अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एनटीपीसी लिमिटेड, रिहंद) और अतुल द्विवेदी (निदेशक, लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान लखनऊ, उत्तर प्रदेश) के बीच हस्ताक्षर किए गए। उत्तर प्रदेश के माननीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह नें सभी संस्थाओं के प्रमुखों को बधाई दिया और उन्होंने कहा कि इस तरह के सहमति पत्र के माध्यम से प्रदेश की लोक कलाओं को आपसी सहमति आदान प्रदान के आधार पर दूरदराज के कलाकारों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर के दौरान उत्तर प्रदेश के संस्कृति एवं माननीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, सी.सी.आर.टी., नई दिल्ली के निदेशक ऋषि वशिष्ठ, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति, मुकेश मेश्राम, एनटीपीसी रिहंद के अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जाकिर खान एवं उप प्रबंधक (मानव संसाधन) श्री अरविंद कुमार शुक्ला सहित अन्य लोग मौजूद थे। इसी क्रम में अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एनटीपीसी रिहंद, जाकिर खान ने बताया कि फरवरी, 2023 के पहले सप्ताह में एनटीपीसी रिहंद द्वारा लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के साथ मिलकर तीन दिवसीय रिहन्द महोतसव का आयोजन एनटीपीसी रिहंद में किया जाएगा। यह महोत्सव लोक संस्कृति की लुप्त होती विधाओं को संरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएगी।