संपूर्णानंद की शिकायत पर आ रही है एनजीटी की टीम
अहरौरा ,मिर्जापुर/ अवैध खनन एवं पर्यावरण प्रदूषण से परेशान संपूर्णानंद की शिकायत पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण की टीम 16 नवंबर से क्षेत्र की पहाड़ियों में बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खनन एवं पर्यावरण प्रदूषण की जांच करने के लिए आएगी ।उक्त जानकारी क्षेत्रीय अधिकारी डॉक्टर टी एन सिंह ने संपूर्णानंद को भेजे पत्र मे दी है ।
क्षेत्र के भगौती देई गांव के निवासी संपूर्णानंद ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण में एक सितंबर को एक याचिका दाखिल कर क्षेत्र के भगौती देई, सोनपुर ,लालपुर इत्यादि पहाड़ियों में बड़े पैमाने पर अवैध खनन होने एवं क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर फैले पर्यावरण प्रदूषण की शिकायत की थी शिकायत को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण एनजीटी की तरफ से 9 ,10 ,11 नवंबर को क्षेत्र के पहाड़ियों का स्थलीय निरीक्षण करने की तिथि नियत की गई थी लेकिन अपरिहार्य कारणों बस बिना शिकायतकर्ता संपूर्णानंद को सूचना दिए बगैर उक्त दिए गए तिथि पर कोई अधिकारी नहीं पहुंच पाया बाद में पता चला की अपरिहार्य कारणवश उक्त तिथि को निरस्त करते हुए 16-17 ,18 नवंबर को स्थानीय निरीक्षण की नई तिथि तय की गई है ।
क्षेत्रीय अधिकारी टी एन सिंह ने संपूर्णानंद को भेजें पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण की टीम 16 नवंबर से पुनः क्षेत्र के सोनपुर, लालपुर, भगौती देई, की पहाड़ियों का स्थलीय निरीक्षण करेगी । टीम में विजय कुमार मौर्य भूवैज्ञानिक, डॉ एस के गुप्ता अपर निदेशक एवं वैज्ञानिक , सहित अपर जिलाधिकारी राजस्व होंगे ।
इसके साथ ही खान अधिकारी एवं उनकी टीम भी निरीक्षण के वक्त उपस्थित रहेगी । खान अधिकारी के माध्यम से समस्त पट्टा धारकों को भी सूचित कर दिया गया है कि वे 16 ,17 ,18 नवंबर को अपने समस्त अभिलेखों के साथ खनन पट्टा स्थल पर उपस्थित रहेंगे । वही शिकायतकर्ता संपूर्णानंद का आरोप है कि खनन अधिकारी लगातार खनन पट्टा धारकों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और जांच को दबाने की साजिश उनके द्वारा रची जा रही है । बता दें कि क्षेत्र के पहाड़ियों में हो रही अवैध खनन परिवहन एवं पर्यावरण प्रदूषण से क्षेत्र के लोगों का जीना दुभर हो गया है । वही जिला पंचायत सदस्य गुड्डू यादव ने भी उच्चाधिकारियों को शिकायत कर कंचनपुर ,धूरिया ,जिगना ,इत्यादि पहाड़ियों में व्यापक पैमाने पर अवैध खनन परिवहन व पर्यावरण प्रदूषण होने की शिकायत करते हुए उच्च स्तरीय जांच कर खनन को तत्काल बंद कराने की मांग किया है ।