अधिकांश जगहों पर नहीं मिला खनन पट्टा स्थल का नाम एवं चिन्हाकन का बोर्ड,खनन अधिकारी भी पट्टा स्थल के स्वामी एवं निर्धारित क्षेत्र का मौके पर नहीं बता पाए नाम
अहरौरा मिर्जापुर/ लखनऊ से आई एनजीटी की टीम ने दूसरे दिन भी भगौती देई, सोनपुर, बियाहुर एवं लालपुर के खनन पट्टा स्थलों पर जाकर खनन एवं पर्यावरण प्रदूषण सहित अवैध खनन को देखा । खनन पट्टा स्थलों पर पहुंचे अधिकारियों की टीम ने खनन स्थलों एवं पर्यावरण प्रदूषण की जांच को कलम वध किया ।
गुरुवार को राष्ट्रीय हरित अधिकरण की टीम लगभग 12 बजे भगौती देई पहुंच गई और भगौती देई गांव के दक्षिण तरफ स्थित पहाड़ों पर दिए गए खनन पट्टा स्थलों को देखा और पाया कि पहाड़ों में काफी गहरे – गहरे तालाब जैसे गढ्ढे हो गए हैं। देखने से लग रहा है कि मानकों को दरकिनार कर खनन किए गए हैं ।
वहीं खनन किसने कराया है किसका खनन पट्टा है इसका नाम एवं बोर्ड मौके पर नहीं मिला साथ में मौजूद खानअधिकारी भी खनन पट्टा स्थल के विषय में टीम को जानकारी नहीं दे पाए ।शिकायतकर्ता बार-बार इस बात पर जोर देता रहा कि या खनन पट्टा स्थान किसका है इसको सार्वजनिक रूप से बताया जाए तो खान अधिकारी नहीं बता पाए ।
भगौतीदेई से टीम निकल कर बियाहुर गांव से होकर लालपुर क्षेत्र एवं सोनपुर के उत्तर प्रदेश तरफ स्थित कई खनन पट्टा स्थलों पर गई वहां भी पहाड़ों में बड़े-बड़े तालाब की तरह एवं कुआं नुमा गड्ढे देखें । इसके साथ ही शिकायतकर्ता ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ों व फसलों पर जमी धूल को भी दिखाया और मांग किया कि पर्यावरण प्रदूषण की जांच करने के लिए प्लांटों को चालू करा कर एवं ब्लास्टिंग करा कर देखा जाए । तब ही प्रदूषण की स्थिति का पता चल पाएगा । शिकायतकर्ता ने टीम को बताया कि एनजीटी की टीम आने की सूचना पर एक दिन पूर्व से ही सारे खनन कार्य ब्लास्टिंग एवं क्रेशर प्लांट बंद कर दिए गए हैं । इसके साथ ही पहाड़ों में पहाड़ी रास्तों पर क्रेशर प्लांटों सहित अहरौरा जमुई मार्ग पर रोशनहर से लेकर भगौतीदेई तक जहां काफी धूल उड़ता है वहां पानी का लगातार छिड़काव किया जा रहा है । जिससे धूल की स्थिति काफी कम हुई है । शिकायतकर्ता संपूर्णानंद ने जांच टीम के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अधिकांश खनन पट्टा स्थलों पर खनन पट्टा धारक का बोर्ड नहीं लगा है न हीं सूचना देने के बाद भी कोई खनन पट्टा धारक यहां उपस्थित है ।
जांच टीम में डॉ एस के गुप्ता अपर निदेशक वैज्ञानिक ,विजय कुमार मौर्या भूवैज्ञानिक क्षेत्रीय अधिकारी ,अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व , क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण की एन सिंह ,सहित खान अधिकारी उपस्थित रहे । एनजीटी दिल्ली से शिकायतकर्ता के पास आया फोन शिकायतकर्ता संपूर्णानंद ने बताया कि उसके पास एनजीटी से फोन आया और हमारा पक्ष ऑनलाइन रखने को भी कहा गया । और यह भी कहा गया कि अगर संभव हो तो आप कार्यालय में आकर भी अपना पक्ष रख सकते हैं । इस पर शिकायतकर्ता ने बताया कि यहां जांच चल रही है इसलिए तत्काल दिल्ली आना संभव नहीं है। इस पर ऑनलाइन पक्ष रखने की बात एनजीटी के अधिकारियों ने कहा ।