नई दिल्ली , एम.वैंकटेशन, अध्यक्ष, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार नेनई दिल्ली रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने नई दिल्ली स्टेशन पर स्वच्छता और भारत सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों के पुनर्वास कार्यक्रम तथा सिर पर मैला ढोने की कुप्रथा के उन्मूलन तथा इस कार्य में लगे सफाई मजदूरों के पुनर्वास तथा उनके कार्य करने की प्रणाली का भी निरीक्षण किया। उन्होंने नई दिल्ली स्टेशन पर सफाई और स्वच्छता व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया और रेलवे द्वारा सफाई कर्मचारियों को दी जा रही सुविधाओं और उनकी कार्य स्थिति पर भी संतोष व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाए।
दिल्ली स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद वैंकटेशन अध्यक्ष, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल के साथ दिल्ली मंडल कार्यालय में एक मीटिंग भी की। जिसमें महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल ने बताया कि भारत में सिर पर मैला ढोने की घृणित परंपरा के उन्मूलन तथा इस कार्य में लगे हुए सफाई मजदूरों के पुनर्वास कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयास में उत्तर रेलवे भी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे में यह प्रथा कहीं भी नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली मंडल पर रैगुलर और ठेके पर काम करने वाले कुल 3606 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। सभी रेलगाड़ियों के शौचालयों को बायो वैक्यूम शौचालयों में परिवर्तित कर दिया गया है ताकि रेलवे लाइन पर गंदगी न फैले।
श्री गंगल ने आगे बताया कि कोविड़ महामारी के दौरान भी उत्तर रेलवे ने अपने सफाई कर्मियों का बहुत ध्यान रखा और ठेके पर काम करने वाले सफाई कर्मियों को भी राशन उपलब्ध कराया तथा उन्हें पूरा वेतन भी दिया गया। उन्होंने अध्यक्ष, सफाई कर्मचारी आयोग को अवगत कराया कि रेलवे में सफाई कर्मचारियों की कार्य के दौरान पूरी सुरक्षा की जाती है और उन्हें उनके कार्य में प्रयोग किये जाने वाले सभी उपकरण जैसे वर्दी, फ्लोरोसैंट जैकेट, गमबूट, कैप, दस्ताने, मॉस्क सैनेटाइजर और मशीनें उपलब्ध कराए जाते हैं। रेलवे स्टेशन पर सफाई कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने सफाई कार्य में मशीनों का प्रयोग काफी बढ़ा दिया है जिससे कि सफाई कर्मियों को काम करने में आसानी हो। स्टेशनों और मालगाड़ियों की धुलाई के लिए हाईप्रेशर जैट क्लिनिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है और सुखाने के लिए वैक्यूम क्लिनरों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे कि सफाईकर्मियों को अपने कार्य करने में आसानी हो। कूढ़ा उठाने के लिए भी आवश्यकता होने पर ई-रिक्शा उपलब्ध कराए जाते हैं।
श्री गंगल ने दिल्ली मंडल की अन्य उपलब्धि बताते हुए आगे कहा कि दिल्ली मंडल ने रेल परिचालन और मालभाड़े में भी काफी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। रेलवे और गैर-रेलवे लोगों के लिए भारत सरकार के कोविड़-19 टीकाकरण अभियान को सफल करने के लिए उत्तर रेलवे ने अपने रेल कर्मचारियों के लिए टीकाकरण अभियान को भी सफलतापूर्वक लगभग पूरा कर लिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उत्तर रेलवे भविष्य में भी अपने कर्मचारियों यात्रियों एवं उपयोगकर्ताओं के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता से सेवा देती रहेगी। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्री डिम्पी गर्ग तथा दिल्ली मंडल और उत्तर रेलवे प्रधान कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा मान्यता प्राप्त यूनियनों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।