भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड( एनसीएल) की मध्य प्रदेश में स्थित अमलोरी, ब्लॉक-बी, निगाही, दुधिचुआ, जयंत और झिंगुरदा परियोजनाएं बैढ़न स्थित गनियारी मुक्तिधाम के आस पास पड़ी खाली ज़मीन पर 60 हज़ार पौधों का रोपण करवाएँगी। प्रत्येक परियोजना की ओर से 10 हज़ार पौधे लगवाने की योजना है। यह पौधारोपण मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम (एमपीआरवीवीएन) की मदद से किया जाएगा। रोपण के पश्चात इन पौधों की देखरेख नगर निगम, सिंगरौली की मदद से की जाएगी।
इसके पूर्व हाल ही में एनसीएल ने मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम (एमपीआरवीवीएन) के साथ मध्यप्रदेश में स्थित एनसीएल की खदानों के अधिभार व समतल क्षेत्र में 129.02 हेक्टेयर भूमि पर 315050 पोधों के रोपण तथा 4 साल तक रख रखाव के लिए एमओयू किया था| इसके साथ ही एनसीएल ने खदान क्षेत्र के बाहर पौधारोपण के लिए वन विभाग, सिंगरौली को 220 हेक्टेयर में 137500 पौधे लगाने के लिए कार्यआदेश भी जारी किया गया है|
गौरतलब है कि एनसीएल हरित खनन व सतत विकास के क्षेत्र में लगातार नवाचारी प्रयास कर रही है । कंपनी की इन्हीं नीतियों के तहत वर्ष 2022-23 में 549.02 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 7.7 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। यह पौधे खदान के अधिभार डंप व समतल भूमि के साथ ही वन विभाग की मदद से तय की गयी भूमि पर लगाए जाएँगे। सिंगरौली परिक्षेत्र की जलवायु व पारिस्थितिकी को देखते हुए एनसीएल स्थानीय प्रजातियों के पौधे लगाने पर विशेष ज़ोर दे रही है । उल्लेखनीय है कि कंपनी ने अपनी स्थापना से लेकर अभी तक लगभग 2.6 करोड़ पौधे लगाए हैं|