महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, स्वच्छता की ओर एनसीएल का बड़ा कदम
सोनभद्र/सिंगरौली। महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने सीएसआर के तहत एक और नवाचारी कदम उठाया है। एनसीएल के झिंगुरदा क्षेत्र नेसिंगरौली जिले के पिपरखड़ गांव में एक अत्याधुनिक सेनेटरी पैड उत्पादन इकाई स्थापित की है।
गुरुवार को आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में सीएमडी एनसीएल भोला सिंह, सीएसआर समिति की अध्यक्षा व स्वतंत्र-निदेशक श्रीमती सुबीना बंसल, निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार, एनसीएल कृति महिला मण्डल की अध्यक्षा, श्रीमती बिंदु सिंह, उपाध्यक्ष, श्रीमती नम्रता कुमार, झिंगुरदा क्षेत्र के महाप्रबंधक आशुतोष द्विवेदी, टीम सीएसआर एनसीएल-आईआईटी (बीएचयू) इन्क्यूबेशन सेंटर की टीम एवं स्थानीय जन प्रतिनिधि व ग्रामीण उपस्थित रहे।
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमडी एनसीएल भोला सिंह ने स्वास्थ्य और स्वच्छता जागरूकता के महत्व पर जोर दिया और इस पहल की सफलता के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
एनसीएल द्वारा सीएसआर के तहत स्थापित ये इकाई सिंगरौली जिले की पहली सैनिटरी पैड निर्माण इकाई है। यह मशीन प्रतिदिन 16,000 बायो-डिग्रेडेबल सैनिटरी पैड बनाने की क्षमता रखती है। यह इकाई पिपरखाड़ गांव के सामुदायिक हॉल में लगाई गई है जो पूर्व में एनसीएल के सीएसआर के तहत ही निर्मित किया गया था। एनसीएल-आईआईटी बीएचयू इनक्यूबेशन सेंटर के सहयोग से इस सैनिटरी पैड उत्पादन इकाई को मूर्त रूप दिया गया है।
वर्तमान में सैनिटरी पैड उत्पादन इकाई के संचालन की शुरुआत अवंतीबाई स्वयं सहायता समूह द्वारा 15 महिलाओं के साथ की गई है जिसे उत्पादन, मार्केटिंग आदि में प्रशिक्षण के साथ 70-100 महिलाओं तक विस्तारित करने की योजना है। इस कार्यक्रम के तहत सेनीटरी पैड के महत्व, इसका स्वास्थ्य पर असर, स्वच्छता आदि से संबन्धित व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही नजदीकी स्कूलों, कॉलेजों, आंगनबाड़ियों और स्थानीय बाजारों में किफायती सैनिटरी पैड की उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी योजना है ।
उत्पादन केंद्र में एक सेनीटरी पैड वेंडिंग मशीन व सैनिटरी पैड इंसीनरेटर मशीन (सेनीटरी पैड उपयोग के बाद नष्ट करने वाली मशीन) भी लगाई गई है। गौरतलब है कि एनसीएल सीएसआर के तहत महिला सशक्तिकरण की दिशा में वृहद स्तर पर कार्य कर रही है , एनसीएल का महिलाओं द्वारा संचालित पॉल्ट्री फ़ार्मिंग प्रोजेक्ट इसकी एक मिशाल है। एनसीएल द्वारा सेमुआर में भी महिलाओं द्वारा संचालित एक हैंडलूम सेंटर स्थापित किया गया है।