सोनभद्र, सिंगरौली/ भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने विगत वर्ष की तुलना में 6.60 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 122 मिलियन टन कोयला उत्पादन के जादुई आंकड़े को हांसिल कर लिया है | कोविड त्रासदी, अप्रत्याशित रूप से अधिक बारिश, कोविड जनित बाधित आपूर्ति श्रृंखला तथा देश में अचानक कोविड उपरांत बढ़ी हुई ऊर्जा जरूरत के बावजूद विगत वित्त वर्ष में 115 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में इस वर्ष 7 मिलियन टन से अधिक की वृद्धि एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है |
कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित 119 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य समय से 8 दिन पूर्व ही प्राप्त कर लिया था |
वैश्विक बाज़ार में कोयले की बढ़ी हुई कीमतों तथा देश के कोयले के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के संकल्प को पूरा करने की दिशा में भी कंपनी ने बड़ी भूमिका निभाते हुए विगत वर्ष के 108.6 मिलियन टन के सापेक्ष अभी तक 125.3 मिलियन टन कोयला बिजली कंपनियों सहित अन्य उपभोक्ताओं को दिया है | कंपनी के प्रदर्शन में इस लंबी छलांग से देश के ऊर्जा क्षेत्र को काफी मजबूती मिली है |
इस शानदार प्रदर्शन पर सीएमडी, एनसीएल भोला सिंह, निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ. अनिंद्य सिन्हा, निदेशक (वित्त एवं कार्मिक), एनसीएल आरएन दुबे, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना),एनसीएल एस.एस. सिन्हा, मुख्य सतर्कता अधिकारी, एनसीएल ए.के श्रीवास्तव ने टीम एनसीएल को बधाई दी |
कृष्णशिला सहित अब तक कुल पाँच परियोजनाओं ने पूरा किया उत्पादन लक्ष्य
एनसीएल की कृष्णशिला परियोजना ने एक दिन शेष रहते 7 मिलियन टन उत्पादन कर एक बार पुनः अपना वार्षिक लक्ष्य समय से पहले हांसिल कर लिया है | यही नहीं कृष्णशिला क्षेत्र ने विगत वर्ष की तुलना में 17.38 प्रतिशत की वार्षिक बढ़त के साथ 7.91 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है | अभी तक कृष्णशिला सहित जयंत, झिंगुरदा, ककरी, ब्लॉक बी परियोजनाओं ने अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है |