कार्यक्रम में डिक्की एसोसिएशन से जुड़े उद्यमियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया
मुख्य अतिथि ने पब्लिक प्रोक्योरमेण्ट पॉलिसी का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने के लिए महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति के उद्यमियों का आह्वान किया।
लखनऊ। एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री (DICCI), उ0प्र0 के सहयोग से एमएसएमई विकास आधारित राष्ट्रीय कार्यशाला का गोमती नगर, लखनऊ में मुख्य अतिथि असीम अरूण, राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, उ०प्र० एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में डिक्की एसोसिएशन से जुड़े बनारस के उद्यमियों ने अपने स्टाल लगाकर उत्पादों का प्रदर्शन भी किया।
विष्णु कुमार वर्मा, संयुक्त निदेशक, एम.एस.एम.ई. विकास कार्यालय, कानपुर ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि असीम अरूण, माननीय राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, उ०प्र०, अन्य समस्त गणमान्य व्यक्तियों का कार्यक्रम में पधारने के लिए हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया तथा संस्थान की कार्य-विधि का विवरण एवं इस कार्यक्रम के उद्देश्य की जानकारी प्रदान की जिसमें उन्होंने यह अवगत कराया कि इस कार्यक्रम से एम.एस.एम.ई. इकाइयों तथा सरकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के पारस्परिक सहयोग से एक दूसरे की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है। कुँवर शशांक, अध्यक्ष, दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री (DICCI), उ0प्र0 ने अपने सम्बोधन में अपने संगठन द्वारा एमएसएमई क्षेत्र के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में उद्यमियों को अवगत कराया और उनका आह्वान कि एमएसएमई के विकास के लिए एमएसएमई मंत्रालय द्वारा संचालित योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यक्रम, प्रबन्धक विकास कार्यक्रम, पीएम विश्वकर्मा कार्यक्रम एवं एमएसएमई आधारित जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेकर अधिक से अधिक लाभ लिया जा सकता है। उन्होंने कार्यक्रम आयोजन के लिए एमएसएमई विकास कार्यालय, कानपुर के संयुक्त निदेशक के प्रयासों की सराहना की और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
मुख्य अतिथि असीम अरूण, माननीय राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, उ०प्र० ने पब्लिक प्रोक्योरमेण्ट पॉलिसी का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने के लिए महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति के उद्यमियों का आह्वान किया। उन्होंने पारम्परिक उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि निर्यात में एमएसएमई का 49 प्रतिशत योगदान है। गांवों में बिजली पहुंचाने का काम उ0प्र0 सरकार द्वारा किया जा रहा है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार द्वारा सोलर ऊर्जा, सोलर पम्प को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना- पीएम विश्वकर्मा के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि यह योजना तकनीकी कार्य करने वाले लोगों के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होगी।
सुश्री कंचन सुबोध, संयुक्त निदेशक उद्योग, लखनऊ ने अपने सम्बोधन में उ0प्र0 सरकार द्वारा एमएसएमई के विकास के लिए चलाये कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी दी। एस०के० समुन, महाप्रबन्धक, इण्डियन ऑयल कार्पोरेशन लि०, नई दिल्ली ने अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
आनन्द गोपाल सिंह, प्रबन्धक, हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड, लखनऊ ने विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि भारत सरकार एमएसएमई को डेवलप करने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के विजन आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत तुमकुर, कर्नाटक में हेलीकाप्टर बनाने की एशिया की बड़ी कम्पनी बन रही है। यदि आप एच.ए.एल. के एक विभाग से जुड़े हुए हैं तो धीरे-धीरे अन्य विभागों से स्वतः ही जुड़ जायेंगे। हेलीकाप्टर में छोटे-छोटे पार्ट्स लगते हैं। आपका छोटा सहयोग देश के काम आयेगा। हम सब मिलकर कार्य करेंगे।
मनीष पाठक, जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक, लखनऊ ने ऋण संबंधी प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी जिसके तहत उद्यमियों को उद्यम की स्थापना हेतु बैंक से ऋण लेने में सुविधा हो। उन्होंने ऋण संबंधी मुद्रा लोन, स्टैण्ड अप इण्डिया और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के बारे में भी उद्यमियों को जानकारी दी। कार्यक्रम अन्त में कार्यालय के एस०के० पाण्डेय, सहायक निदेशक ग्रेड-1 ने सभी गणमान्य अतिथियों, आगन्तुकों, प्रतिभागियों एवं मीडिया बन्धुओं के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में एस0के0 पाण्डेय, सहायक निदेशक ग्रेड-1, एस. के. गुप्ता, वरि. सां० अधिकारी, अनिल कुमार शर्मा, अनुदेशक, विवेक कुमार गुप्ता, आशुलिपिक एवं अन्य सरकारी विभागों के अधिकारीगण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 150 से अधिक उद्यमी एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे।