उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह 2022 का आयोजन; 199 आंगनवाड़ी केंद्रों का शिलान्यास तथा 501 आंगनवाड़ी केंद्रों का लोकार्पण

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उत्तर प्रदेश में स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा दिनांक 22 सितंबर 2022 को आंगनवाड़ी केंद्रों पर आयोजित की जाएगी

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता वर्धन तथा गृह भ्रमण में परामर्श की गुणवत्ता हेतु “सक्षम” पोषण मैनुअल का  विमोचन

उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह 2022 के दौरान ‘स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा’ 22 सितंबर, 2022 को आंगनवाड़ी केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह 2022 का आयोजन मुख्यमंत्री, श्री योगी आदित्यनाथ जी की अध्यक्षता में पिछले सप्ताह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 3 बच्चो का अन्नप्राशन एवं दो गर्भवती महिलाओं की गोद-भराई की गई। इसके उपरांत देश के 199 आंगनवाड़ी केंद्रों का शिलान्यास तथा 501 आंगनवाड़ी केंद्रों का लोकार्पण किया । राज्य के बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा विकसित आंगनवाड़ी विभाग कार्यकर्ताओं की क्षमता वर्धन तथा गृह भ्रमण में परामर्श की गुणवत्ता हेतु “सक्षम” पोषण मैनुअल का भी विमोचन किया गया।

आंगनवाड़ी केंद्रों पर संसाधनों के अतिरिक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को मुख्य सेविका तथा अधिकारियों के नियमित सहयोगात्मक पर्यवेक्षण को तकनीक आधारित बनाने के लिए विभाग द्वारा विकसित “सहयोग ऐप” का विमोचन किया गया। विभाग द्वारा विगत वर्षो में आंगनवाड़ी केन्द्र पर 03-06 वर्ष के बच्चों को खेल खेल में गतिविधि आधार ईसीसीई प्रणाली से शिक्षा प्रदान करने हेतु ईसीसीई समग्री, प्री-स्कूल किट, एनबीटी द्वारा प्रकाशित 06 कहानी पुस्तकें , टीएमएम की किताबें तथा वृद्धि निगरानी हेतु 04 प्रकार की ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को स्मार्टफोन, डेटा प्लान, आंगनवाड़ी केंद्र के आधारभूत सुविधा के बेहतर स्तर  के लिए एक विस्तृत पुस्तक ‘सशक्त आगनवाड़ी’ का भी विमोचन किया। आंगनवाड़ी केंद्रों पर संसाधनों के अतिरिक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को प्रमुख सेविका तथा अधिकारियों के नियमत सहयोगात्‍मक पर्यवेक्षन को तकनीक आधार बनाने के लिए विभाग द्वारा विकसित ‘सहयोग  ऐप’ का विमोचन किया गया । इस कार्यक्रम में 03-06 वर्ष के बच्चों के लिए ईसीसीआई आधार ‘बाल पिटारा’ मोबाइल ऐप का लॉन्च भी किया गया। आकांक्षात्मक जनपदों में 06 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए दूरभाष पर गतिविधियों आधारित सीखने-सिखाने की प्रणाली – “दुलार” कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । “दुलार” कार्यक्रम में 08 आकांक्षात्मक जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जा रहा है।  

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