*चहनियां, चंदौली । बाबा कीनाराम जन्मस्थली रामगढ़ में दस दिवसीय मंचित होने वाली श्रीरामलीला का शुक्रवार की देर शाम को श्री रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित मुकुट पूजन के साथ श्रीगणेश हुआ । वैदिक मंत्रों उच्चारण के साथ विधि-विधान पूर्वक मुकुट पूजन किया गया।
रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम की जनस्थली नगरी में लगभग 150 वर्ष प्राचीन रामलीला होती आ रही है । जो अब परंपरा का रूप ले चुका है। हालांकि महामारी रूपी कोरोना की वजह से पिछले दो वर्षों से रामलीला नहीं हो पाई थी। शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर शक्ति की अधिष्ठात्री जगत जननी मां जगदम्बा के साथ श्रीराम की लीला विजयादशमी तक चलता है। विजय दशमी पर लंका दहन के साथ रामलीला का समापन होगा। श्री राम रामलीला कमेटी के ब्यास शोभनाथ पांडेय ने बताया कि राम-लक्ष्मण और सीता आदि प्रमुख पात्र स्थानीय हैं। क्षेत्र के लोग रामलीला कराने में उत्साह पूर्वक अपनी सहभागीता सुनिश्चित करते हैं।
इस अवसर पर ब्यास शोभनाथ पांडेय,राधेश्याम पांडेय,सुदामा पांडेय,प्रभुनाथ पांडेय,संतोष मिश्रा,नरेंद्र सिंह,राजेश सिंह,रामकृपाल सिंह,अवधेश सिंह,धिरजा सिंह,त्रिभुवन सिंह, रविन्द्र सिंह,राजकुमार सिंग,बच्चन सिंह,राकेश कुशवाहा,श्यामसदन,रोहित गुप्ता,मुकेश साहनी आदि लोग उपस्थित रहे।