*मेला का जिला पंचायत अध्यक्ष, एमएलसी एवं विधायक ने संयुक्त रूप से किया उद्घाटन*
*शिविर का मुख्य आकर्षण सेक्स सार्टेड सीमेंन तथा भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीकी रहा*
*शिविर में पशुपालको के पशुओं का सामान्य चिकित्सा 2555, बांझपन चिकित्सा 434 पशुओं एवं 36 पशुओं का लघु शल्य चिकित्सा किया गया* *22 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान किया गया*
वाराणसी। विकास खंड अराजीलाइन के ग्राम सभा रज्जीपुर कपरफोरवा स्थित शिवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रांगणपरिसर में रविवार को पं0 दीन दयाल उपाध्याय वृहद पशु आरोग्य शिविर/मेला (मण्डल स्तरीय) आयोजित हुआ। शिविर/मेले में गौपूजन एवं दीप प्रज्वलन कर जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, विधान परिषद सदस्य धर्मेन्द्र राय, रोहनिया विधायक डा० सुनील पटेल, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम विहारी गुप्ता, ब्लाक प्रमुख आराजीलाइन डा० महेन्द्र सिंह पटेल, विधायक सेवापुरी की पुत्री (प्रतिनिधि) अदिती पटेल, जिला पंचायत सदस्य सुनील सिंह तथा भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह द्वारा मेले/शिविर का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया गया।
पशुपालन विभाग के अपर निदेशक ग्रेड-2 डा०बी०पी०पाठक कार्यक्रम के आयोजक एवं संयोजक थे। उन्होंने विभागीय योजनाओं की जानकारी विस्तार से पशुपालको को दी। मेले में गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष द्वारा पशुपालको से देशी गाय के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ साथ गाय, गोबर, गोमूत्र, जीवमृत तथा गोबर गैस प्लान्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी तथा उपस्थित जन समूह द्वारा तमाम प्रतिज्ञाये करवायी गयी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, गाजीपुर एवं चन्दौली भी मेले के आयोजन में उपस्थित रहे।
उप निदेशक मुख्यालय लखनऊ डा० संजय मिश्रा ने कार्यक्रम में राष्ट्रीय पशुधन मिशन के बारे में महत्वपूर्ण जानकरी दी। शिविर में पशु पंजीकरण, सामान्य पशु चिकित्सा, औषधि वितरण, किसान क्रेडिट कार्ड, कृत्रिम गर्भाधान, कुक्कुट विकास निती, नन्द बाबा दुग्ध मिशन, रोग निदान प्रयोगशाला, भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक, पराग डेरी, राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय दुग्ध मिशन प्रोग्राम, नन्द गोपाल पशु आहार के स्टॉल लगाये गये । शिविर में बाझपन चिकित्सा, एवं शल्य चिकित्सा द्वारा पशुपालको को विशेष लाभ पहुचाया गया। शिविर का मुख्य आकर्षण सेक्स सार्टेड सीमेंन तथा भ्रूण प्रत्यारोपण
तकनीकी रही। शिविर में कुल 528 पशुपालको का पंजीकरण किया गया। जिसमें बड़े पशु की संख्या 3022 एवं छोटे पशुओं (भेंड/बकरी) 1000 रही। शिविर में पशुपालको के पशुओं का सामान्य चिकित्सा 2555, बांझपन चिकित्सा 434 पशुओं एवं 36 पशुओं का लघु शल्य चिकित्सा किया गया। शिविर में 22 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान किया गया तथा के०सी०सी० के 175 फार्म भरवाये गयें। पशुपालन विभाग वाराणसी के समस्त उपमुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, पशुचिकित्सा अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी एवं अन्य कर्मचारियों ने शिविर में अपनी महत्वपूर्ण सेवाये दी साथ ही साथ अन्य जनपदो से भी पशु चिकित्सा अधिकारियों यथा जौनपुर, गाजीपुर चन्दौली ने भी शिविर में सफल सहयोग किया गया।