भरदुआ में भूमि विवाद: दो पक्षों में लाठी-डंडों से मारपीट, आठ घायल, दो की हालत गंभीर 

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वनाधिकार कानून का पालन न होने से ‌नौगढ़ में बढ़ रहे हैं भूमि विवाद – अजय राय 

जंगल की जमीन को लेकर हुआ विवाद, बड़ी घटना होते-होते बची

 चन्दौली । तहसील नौगढ़ में रविवार को जंगल की जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। बात इतनी बढ़ गई कि लाठी-डंडों से हमला किया गया, जिसमें दोनों पक्षों के कुल आठ लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए भिजवाया। घायलों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। घटना सुबह उस समय हुई, जब प्रथम पक्ष के बिरंजी, अमरावती, हीरावती, रमाशंकर, रामविलास और अजय खेत में काम कर रहे थे। इसी दौरान विपक्षी पुष्पा, उनके पुत्र लव कुश और नाती प्रांजल खेत पर पहुंचे और गाली देते हुए लाठी डंडे से मारने पीटने लगी। ‌दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई।

देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि विपक्ष ने फोन कर 20-25 लोगों को बुला लिया। लोगों पर लाठी डंडे से हमला कर दिया। हमले में प्रथम पक्ष के छह लोग घायल हो गए, जबकि विपक्ष के पुष्पा और लवकुश भी चोटिल हुए। ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को 108 एंबुलेंस के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। डॉक्टर एस.एस. एजाजुद्दीन ने बताया कि अजय का सिर बुरी तरह फट गया था, जबकि पुष्पा के पैर में गंभीर चोट आई है। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। अस्पताल में रोती बिलखती अमरावती ने बताया कि विपक्षी  जंगल की जमीन खाली कराने के लिए लाठी-डंडों से हमला करने आया था। “हम लोग खेत में काम कर रहे थे, तभी अचानक हमला कर दिया।

चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जिससे हमलावर भाग गए। अगर ग्रामीण समय पर नहीं आते, तो वे हमें जान से मार देते। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में विवाद का कारण जंगल की जमीन पर कब्जा बताया जा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों पक्षों से पूछताछ शुरू कर दी है। ग्रामीणों के अनुसार, विवाद पहले से चल रहा था, लेकिन रविवार को इसने हिंसक रूप ले लिया। पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है।

आइपीएफ राज्य कार्य समिति के  सदस्य अजय राय ने तहसील प्रशासन से घटना की निष्पक्ष जांच कराने को कहा है। उन्होंने वनाधिकार कानून का  पालन कराएं। वनाधिकार कानून का पालन नहीं हुआ तो नौगढ़ में इस तरह की हिंसक की घटनाएं बढ़ेंगी।

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