जन अपेक्षाओं को जानने जनता के बीच सहज माध्यम बना ‘सरकार आपके द्वार’: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री से बोले मंत्री, मंडलीय दौरों से बढ़ा सरकार के प्रति जनविश्वास

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लोकभवन स्थित मंत्रिपरिषद कक्ष में मंत्रिमंडल की बैठक सम्पन्न हुई। मंत्रिमंडल के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार गठन के उपरान्त ‘सरकार आपके द्वार’ की भावना के साथ गठित 18 मंत्री समूह मंडलीय भ्रमण के लिए गठित किये गए थे। मंत्री समूहों के मंडलीय भ्रमण के दो चरण पूर्ण हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भीषण गर्मी और उमस के माहौल में जबकि लोग ठंडे क्षेत्रों में पर्यटन की तैयारी करते हैं, उत्तर प्रदेश सरकार जनता के द्वार पर उपस्थित रही। राज्य के सभी मंत्रियों ने गांवों/जिलों में दौरे किए। जन चौपाल में जनता से भेंट की, विकास परियोजनाओं/व्यवस्थाओं की पड़ताल की। इसका सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। यह क्रम आगे भी बना रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 05 जुलाई को हमारी सरकार ने दूसरे कार्यकाल के प्रथम 100 दिन भी पूर्ण कर लिए हैं। प्रत्येक माननीय मंत्री द्वारा मीडिया के माध्यम से विभागीय उपलब्धियों का ब्यौरा जनता के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। यह हमारा दायित्व भी है कि हम जनता को अपनी कार्यप्रणाली, योजनाओं, जनहित के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दें। यह कार्य नियमित अंतराल पर आगे भी जारी रखा जाना चाहिए।


बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री समूह की रिपोर्ट सम्बन्धित जिलों के नोडल अधिकारियों को दी जाए, ताकि जन अपेक्षाओं के अनुरुप विकास कार्यों को गति दी जा सके, साथ ही मंत्रिगणों ने जिन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत बताई है, उस पर अमल किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिसमूह की रिपोर्ट जिलों के नोडल अधिकारियों को दी जाए। नोडल अधिकारी द्वारा मंत्री समूहों की अनुशंसा के आधार पर आवश्यक क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। रिपोर्ट के आधार पर क्षेत्रीय विकास के कार्यक्रम बनाये जा सकते हैं। अगला मंत्री समूह जब भ्रमण पर जाएगा तो पहले की रिपोर्ट के क्रियान्वयन की समीक्षा जरूर करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में निवास करते हैं। मंडलीय भ्रमण के दौरान हमें विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों से संवाद कर सुझाव लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री अपने राज्य मंत्रिगणों के साथ समन्वय बनाये रखें। विभागीय बैठकों में राज्य मंत्रियों को सम्मिलित रखें। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, अनियमितता की एक भी घटना स्वीकार्य नहीं है। निर्णय मेरिट के आधार पर लें। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि थाना दिवस, तहसील दिवस, विकास खण्ड दिवस को अपने उद्देश्यों में सफल बनाने में मंत्रिगण भी अपनी भूमिका का निर्वहन करें। लैंड डिजिटाइजेशन के कार्य को तेज किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी जनपद में अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड/रिक्शा स्टैंड संचालित न हों। ऐसे स्टैंड पर अवैध वसूली होने को बढ़ावा देते हैं। जहां कहीं भी ऐसी गतिविधियां संचालित हो रही हों, उन्हें तत्काल बंद कराया जाए। ई-रिक्शा का रूट तय होना चाहिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी, 2023 में ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ के आयोजन प्रस्तावित हैं। इससे पूर्व मंत्री समूहों को विभिन्न देशों में भ्रमण के लिए जाकर वहां के औद्योगिक जगत में उत्तर प्रदेश के ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023’  के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना होगा। मंत्रिमंडल की बैठक में सभी 18 मंत्री समूहों के अध्यक्षों ने अपने प्रभार वाले मंडलों की स्थिति के बारे में जनपदवार जानकारी दी। मंत्रीगणों ने बताया कि मंडलीय भ्रमण के दौरान मंडलीय समीक्षा बैठक कर विकास परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया। कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए। विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध करा दी गई है। मेरठ मंडल के भ्रमण पर सुरेश कुमार खन्ना की अध्यक्षता में गठित मंत्री समूह ने गौतमबुद्धनगर में स्वच्छता/सैनिटाइजेशन और सॉलिड वेस्ट के बेहतर मैनेजमेंट पर और नियोजित प्रयास की आवश्यकता बताई। लखनऊ मण्डल के लिए गठित मंत्री समूह के अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने महमूदाबाद क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में और बेहतरी किए जाने की अनुशंसा की। साथ ही, सीतापुर में एक परिषदीय विद्यालय की चर्चा करते हुए इसे कायाकल्प अभियान का अनुपम उदाहरण बताया। मंत्री समूह ने लखनऊ बख्शी के तालाब क्षेत्र में ‘अमृत सरोवर’ निर्माण कार्य की सराहना की। साथ ही, मुख्यमंत्री से भी इस सरोवर का निरीक्षण करने का आग्रह किया। लखनऊ और हरदोई में ट्रैफिक जाम की समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

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