प्रयागराज, । इफको घियानगर फूलपुर के सामुदायिक केन्द्र में मादक पदार्थ के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ जन जागरण पखवाड़ा आयोजित किया गया। इस अवसर पर सभी कर्मचारियों को मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, स्वापक नियंत्रण ब्यूरो क्षेत्रीय इकाई गोरखपुर के सहायक निदेशक अजय कुमार रहे।
अजय कुमार ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की आम सभा ने 26 जून 1988 को प्रतिवर्ष नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का निर्णय लिया। 1994 से, 20 से 26 जून तक इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने स्वापक नियंत्रण सप्ताह मनाने का फैसला किया, लेकिन गृह मंत्रालय, भारत सरकार, इसके महत्व को देखते हुए 12 जून से 26 जून तक स्वापक नियंत्रण पखवाड़ा मनाता है।
उन्होंने कहा कि नारकोटिक्स ड्रग्स हमारे शरीर और मस्तिष्क के साथ-साथ केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को किसी भी स्तर तक प्रभावित कर सकते हैं। हिरोइन, चरस, गांजा, कोकीन आदि को नारकोटिक्स ड्रग्स के रूप में देखा जाता है। अजय कुमार ने ड्रग्स सेवन के कारणों जैसे अवसाद, सामाजिक बहिष्कार, स्वास्थ्य संबंधी गलतफहमी और कुसंग पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने इसके कुछ लक्षण भी बताए जैसे आँखों का लाल होना, वजन गिरना, एकाग्रता की कमी और स्वभाव में परिवर्तन।
वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (इकाई प्रमुख) संजय कुदेशिया ने कहा कि नशा और ड्रग्स को रोकने के लिए भारत सरकार के इस अभियान में हम सभी लोग प्रतिबद्ध हैं। इस दौरान इसके प्रति जागरूकता हेतु एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। कार्यक्रम का संचालन शरद अग्निहोत्री ने किया और धन्यवाद ज्ञापन रेखा मिश्रा ने दिया।
कार्यक्रम में महाप्रबंधक संजय वैश्य, एम.डी. मिश्र, ए.पी. राजेन्द्रन, संयुक्त महाप्रबंधक अनिता मिश्रा, पी.के. सिंह, संजय भंडारी, पी.के. पटेल, अरूण कुमार, अरवेन्द्र कुमार, विभागाध्यक्ष मानव संसाधन शम्भू शेखर, इफको ऑफिसर्स एसोसिएशन महामंत्री स्वयम् प्रकाश तथा बड़ी संख्या में इफको कर्मचारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त, केन्द्रीय विद्यालय में भी बच्चों को नारकोटिक्स ड्रग्स की रोकथाम हेतु शपथ दिलाई गई।