कैंसर से पीड़ित होने के बाद भी जगतनारायण विश्वकर्मा की नही रुकी कलम की धार
सोनभद्र। स्थानीय जनपद में वरिष्ठ पत्रकार की भूमिका में पिछले 28 वर्षों से समाज सेवा,पर्यावरण संरक्षण के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति की आवाज बन कर कलम चला रहा जगत नारायण विश्वकर्मा को पत्रकारिता के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए उनके अनुपस्थिति में यस भारती से सम्मानित प्रो० राम मोहन पाठक द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। विश्वकर्मा इस समय वाराणसी में कैंसर का इलाज करा रहे है। उनका आपरेशन होना है। इसके बावजूद वे लेखनी जारी रखे हुए है। वरिष्ठ पत्रकार के सी शर्मा के अनुसार विश्वकर्मा ने दक्षिणांचल में प्रदूषण को लेकर लेखनी और पर्यावरण कार्यकर्ता के रूप में समस्याओं को राज्य और देश स्तर पर पहुंचाया साथ ही एन जी टी में जनहित याचिका के माध्यम से प्रदूषण पर रोक लगाने का सार्थक प्रयास किया।ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष प्रेमचंद यादव,ग्राम प्रधान दिनेश जायसवाल ने बताया की फ्लोरोसिस की समस्या को लेकर विश्वकर्मा लगातार लेखनी चला रहे है साथ ही लोगो को जागरूक कर रहे है।क्षेत्र की हर एक समस्या पर उनकी पैनी नजर रहती है। जिससे अधिकारी वर्ग भी उनके लेखनी के कायल है उन्होंने सोन और कनहर के साथ पांगन नदी में अवैध खनन को लेकर लड़ाई जारी रखी है और अधिकारियों को लगातार पत्र लिखने के साथ मुख्यमंत्री पोर्टल के जरिए जांच की मांग उठाते रहे है।
कनहर नदी में लीज से हट कर खनन किए जाने की शिकायत यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष और अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, सचिव आशीष तिवारी से करते हुए प्रशासनिक अधिकारी की मिली भगत का आरोप भी लगाया है और कहा है की यह देश द्रोह है जो अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे है। विश्वकर्मा ने पत्रकारों का आह्वान किया है की वे हवा,पानी में घुले जहर को गंभीरता से अध्ययन करे और उस पर कलम चलाए जिससे लोगो का भला हो सके। विश्वकर्मा को सम्मानित किए जाने पर वरिष्ठ और पत्रकारिता के भीष्म पितामह कहे जाने वाले मिथिलेश दिवेदी, अशोक दुबे,विकास अग्रहरी,पंकज सिंह, प्रदीप,आशीष गुप्ता,सूर्य प्रताप सिंह,क्षेत्र पंचायत सदस्य अशोक मौर्या आदि ने खुशी जाहिर की है।