उत्साह व उमंग भरा ईसीएल का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

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वाराणसी। भारत जब अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और राष्ट्र की आजादी में अपना योगदान देने वाली विरांगनाओं की दिखाई राह पर राष्ट्र आगे बढ़कर नूतन भारत के सपने को पूरा करने में जुटा है, तब इसबार के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व और बढ़ जाता है। डिसेरगढ़ क्लब, झालबगान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। कोविड-19 के कारण लगाए गए लॉकडाउन से महिलाओं और लड़कियों के लिए जोखिम बढ़ा है और घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। नारी सशक्तिकरण संबंधित गीत-संगीत, नाट्य व नृत्य रूपक आयोजन को निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना) जयप्रकाश गुप्ता द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में तथा डिसेरगढ़ त्रिशक्ति महिला मंडल की उपाध्यक्षा चंद्रा गुप्ता, महाप्रबंधक (एम एण्ड टीएस)  नीलाद्री राय, सांकतोड़िया केन्द्रीय अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शिवानी भट्टाचार्य, पूर्व विप्स समन्वयक डॉक्टर चैताली बासु द्वारा अतिथि के रूप में सुशोभित किया गया। इस आयोजन में ईसीएल मुख्यालय व इसके खनन क्षेत्र के अधिकांश महिला कर्मी की उपस्थित रहीं।

अतिथियों के शुभागमन के उपरांत कोल इंडिया गीत का वादन हुआ। फिर मुख्य अतिथि एवं समस्त अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से मंगलदीप प्रज्ज्वलित कर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के आयोजन का शुभारंभ किया गया। कल्ला केन्द्रीय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अनुरंजिता रॉय द्वारा मुख्य अतिथि, समस्त अतिथियों व उपस्थित महिला श्रोताओं का स्वागत करते हुए संभाषण किया गया। तत्पश्चात केन्दा क्षेत्र की डिप्टी सीएमओ डॉक्टर नंदिनी रॉय चौधुरी द्वारा समस्त उपस्थितों को विप्स की आधिकारिक शपथ दियी गई तथा विप्स समन्वयक भाविनी त्रिपाठी द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के सुअवसर पर जारी भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल के संदेशों का पाठ किया गया।

मुख्य अतिथि निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना)  जयप्रकाश गुप्ता, महाप्रबंधक (एम एण्ड टीएस) नीलाद्री राय एवं महाप्रबंधक (सिविल) अभय कुमार द्वारा अपने-अपने अभिभाषण में नारी सशक्तिकरण पर बल दिया और सशक्त नारी सशक्त राष्ट्र का संदेश दिया।मुख्य अतिथि एवं अतिथियों द्वारा ईसीएल की चिरप्रतीक्षित बांग्ला पत्रिका “मृदंगार” का विमोचन किया गया। जिसका संपादन बबिता महाता एवं सह-संपादन नमिता माझी सरेन द्वारा किया गया है। मृदंगार का अर्थ होता है मिट्टी का आग अर्थात कोयला। नारी सशक्तिकरण के संकल्प को समर्पण और सातत्य से साधने वाली विप्स की पूर्व समन्वयक व सेवानिवृत्त डॉक्टर चैताली बासु, ईसीएल के महिला कर्मियों के प्रेरणास्रोत महाप्रबंधक (एम एण्ड टीएस) नीलाद्री राय तथा खेलकूद में राष्ट्रीय स्तर पर नारी शक्ति व ईसीएल का नाम रौशन करने वाली मुगमा क्षेत्र की महिला कर्मी व कराटा खिलाड़ी प्रियंका भट्टाचार्य को सम्मानित किया गया।

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