नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय हार्डवेयर मेला 2024 के दूसरे संस्करण का 6 दिसंबर, 2024 को नई दिल्ली के प्रगति मैदान के हॉल नंबर 11 में सफलतापूर्वक उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें फियो अध्यक्ष अश्विनी कुमार; फियो के महानिदेशक और सीईओ डॉ अजय सहाय ; कोलनमेसे इंडिया के एमडी मिलिंद दीक्षित; कोलनमेसे जीएमबीएच के मुख्य परिचालन अधिकारी ओलिवर फ्रेज़; कोलनमेसे जीएमबीएच के व्यापार मेला प्रबंधन के उपाध्यक्ष सेबेस्टियन रोसिटो ; फियो के पूर्व अध्यक्ष एस सी रल्हन के साथ-साथ प्रमुख संघों और उद्योग से अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
फियो के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय हार्डवेयर मेले 2024 के दूसरे संस्करण में सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए असीम प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के भारत के विजन के अनुकूल इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विनिर्माण, निर्माण और प्रौद्योगिकी जैसे उद्योगों में हार्डवेयर क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त, नवोन्मेषण और लागत-प्रभावशीलता ने इसे वैश्विक हार्डवेयर बाजार में विशेष रूप से मशीनरी, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में एक प्रमुख बाजार के रूप में स्थापित किया है।
फियो के महानिदेशक और सीईओ डॉ अजय सहाय ने अपने संबोधन में कोलनमेसे के प्रयासों की प्रशंसा की, उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षों में इसने महत्वपूर्ण ताकत हासिल की है। सकारात्मक प्रतिक्रिया पर विचार करते हुए डॉ सहाय ने कहा कि फियो भविष्य में अपने प्रयासों को बढ़ाएगा, जिसका लक्ष्य आगामी संस्करणों के दौरान अधिक खरीदारों को लाना है। उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों में भारत के वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात में 8 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वृद्धि हुई है, जो 478 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर 778 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 14 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर ) द्वारा संचालित 2030 तक 2 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने का भारत का दृष्टिकोण चुनौतीपूर्ण है, लेकिन पहुंच के भीतर है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ज्ञान और नवोन्मेषण -संचालित क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई ) योजना जैसी सरकारी पहलों के साथ, भारत का निर्यात बढ़ता रहेगा जबकि आयात कम होगा।
डॉ सहाय ने 2019 से 2023 तक प्रमुख हार्डवेयर उत्पादों की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर ) पर प्रकाश डालते हुए, भारत के निर्यात के वैश्विक आयात से आगे निकलने की उत्साहजनक प्रवृत्ति की ओर इशारा किया। इस अवधि के दौरान मशीनरी वस्तुओं के वैश्विक आयात में 6 प्रतिशत की सीएजीआर वृद्धि हुई जबकि भारत के निर्यात में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। विशेष रूप से, इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में, वैश्विक आयात में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि भारत के निर्यात में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हैंड टूल्स ( हाथ से पकड़े जाने वाले औजारों ) के लिए, वैश्विक आयात में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि भारत के निर्यात में 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। व्यापक इलेक्ट्रॉनिक्स श्रेणी में, वैश्विक आयात में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि भारत के निर्यात में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके अतिरिक्त, चिकित्सा और नैदानिक उपकरणों में, वैश्विक आयात में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि भारत के निर्यात में 13 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि हुई। यह इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की बढ़ती प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाता है।
कोलनमेसे जीएमबीएच के मुख्य परिचालन अधिकारी ओलिवर फ्रेज़ ने अपने संबोधन में भारत के बढ़ते आर्थिक महत्व और वैश्विक हार्डवेयर उद्योग के भविष्य को आगे बढ़ाने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला। श्री फ्रेज़ ने एक प्रमुख बाजार के रूप में भारत के महत्व पर जोर दिया और देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और इस वृद्धि का हार्डवेयर क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने का उल्लेख किया। फियो के सहयोगात्मक प्रयासों को स्वीकार करते हुए, श्री फ्रेज़ ने फियो द्वारा रिवर्स क्रेता-विक्रेता मीट के आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया, जो भारतीय आपूर्तिकर्ताओं को वैश्विक खरीदारों से जुड़ने के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह की पहल साझेदारी को बढ़ावा देने, , नवोन्मेषण को बढ़ावा देने और हार्डवेयर उद्योग के भविष्य को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कोलनमेसे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मिलिंद दीक्षित ने अपने समापन भाषण में इस बात पर प्रकाश डाला कि इस वर्ष के संस्करण में काफी वृद्धि हुई है, जिसमें प्रदर्शनी स्थल और कंपनी की भागीदारी दोनों में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो ) के अटूट समर्थन को दिया और
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई ) को सूक्ष्म और लघु प्रदर्शकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया, जिसने उन्हें अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने में सक्षम बनाया । श्री दीक्षित ने प्रमुख संघों जैसे हैंड टूल्स एसोसिएशन, हार्डवेयर एसोसिएशन ऑफ जामनगर, फास्टनर्स एसोसिएशन और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के योगदान को भी स्वीकार किया। अंतर्राष्ट्रीय हार्डवेयर मेला 2024 का दूसरा संस्करण, कोलनमेसी द्वारा फियो के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 200 भारतीय कंपनियाँ भाग ले रही हैं और इसमें मध्य पूर्व, सीआईएस , एलएसी , आसियान , अफ्रीका सहित 20 से अधिक देशों से आने वाले विदेशी प्रतिनिधिमंडल सहित 10,000 से अधिक आगंतुकों के आने की उम्मीद है।