वाराणसी, एनटीपीसी टांडा के आरोग्यम चिकित्सालय में नैगमिक सामाजिक दायित्व के अन्तर्गत विकसित पद्धतियुक्त मोबाईल मेडिकल युनिट का उद्घाटन जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर सैमुअल पाल एन. (आई.ए.एस.) एवं संजय कुमार सिंह, मुख्य महाप्रबंधक, एनटीपीसी टांडा ने संयुक्त रुप से हरी झण्डी दिखाकर किया। इस अवसर पर डा0 श्रीकांत शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी, डा0 ओम प्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला चिकित्सालय, अम्बेडकरनगर, एनटीपीसी के महाप्रबंधक (चिकित्सा सेवाएं) डा0 उदयन तिवारी, अतुल गुप्ता, महाप्रबंधक (एफ.जी.डी.), यू.एस. बोस, महाप्रबंधक (सी.एंड आई), पी.एल.नरसिम्हा, महाप्रबंधक (ईंधन प्रबंध), एस.एन.पाणिग्राही, महाप्रबंधक (मानव संसाधन), अभय मिश्रा, महाप्रबंधक (प्रचालन), जिला प्रशासन के कर्मचारीगण, विभिन्न गाॅवों के ग्राम प्रधान एवं काफी संख्या में एनटीपीसी के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। पाणिग्राही ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और मोबाईल मेडिकल युनिट (एम.एम.यू.) के बारे में सभी को विस्तार से अवगत कराया। यह एम.एम.यू. 25 परियोजना प्रभावित गावों एवं 9 ग्राम पंचायत को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुफ्त प्राथमिक चिकित्सा परामर्श, जाच और दवा उपलब्ध कराएगा। यह विशेष रुप से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर केंद्रित रहेगा और आवश्यक्तानुसार उच्च चिकित्सा सुविधाओं के लिए मदद भी प्रदान करेगा।
इस कार्य का निष्पादन ‘क्रिया‘ हेल्थकेयर के सहयोग से किया गया है। इस एम.एम.यू. में एक पुरुष और एक महिला डाक्टर, एक प्रशिक्षित नर्स, दो फार्मासिष्ट के साथ एक ड्राईवर भी होगा। इस वैन में जरुरी मशीने एवं दवाएं होंगी ताकि ग्रामिणों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं भी मिल सके।इस अवसर पर मुख्य अतिथि पाल ने एनटीपीसी टांडा की विभिन्न सी.एस.आर. कार्यक्रमों की प्रशंसा की। उन्होनें कहा की इस नेक पहल से आसपास के गावों के कई परिवार लाभान्वित होंगे। यह मोबाईल मेडिकल युनिट आसपास के गाॅवों के लोगो के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ओम प्रकाश ने एनटीपीसी टांडा द्वारा आसपास के ग्रामिणों के लिए किए जा रहे कार्यो की सराहना की और कहा कि इस मोबाईल मेडिकल युनिट से निर्बल वर्ग के लोगो को काफी राहत मिलेगी। परियोजना प्रमुख सिंह ने कहा कि एनटीपीसी टांडा सामाजिक कार्यों में योगदान देने के लिए सदैव तत्पर रहता है, और इसी कड़ी में इस एम.एम.यू. का उद्घाटन किया जा रहा है। उन्होने सभी ग्राम प्रधानों से अपने अपने गाॅवों में एम.एम.यू. के बारे में आवश्यक जानकारी साझा करने का भी आग्रह किया।