सोनभद्र। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज सोनभद्र के माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की अटल अकादमी से प्रायोजित 6 दिवसीय शैक्षणिक विकास कार्यशाला का शुभारंभ आज संस्थान के निदेशक प्रोफेसर जीएस तोमर द्वारा किया गया। इस अवसर पर निदेशक प्रोफेसर तोमर ने बताया कि रिसेंट एडवांसेज इन हाइड्रॉलिक मॉडलिंग विषय पर यह कार्यशाला शिक्षकों तथा शोधार्थियों को अतुलनीय ज्ञानवर्धन करने में समर्थ होगी, क्योंकि एक शिक्षक को ताउम्र सीखने की प्रवृत्ति रखनी होगी तभी वह एक सफल शिक्षक बन पाएगा। बाह्य विशेषज्ञों के रूप में डॉक्टर विनय भूषण शर्मा, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर से व डॉक्टर पदम जी कुमार, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ से उपस्थित रहे, जिनका व्याख्यान और शोध पर चर्चा कराया जाना है।
माइनिंग इंजीनियरिंग विभग के विभाग अध्यक्ष व कार्यक्रम समन्वयक डॉ रवि प्रकाश त्रिपाठी एवं संचालक सदस्य प्रशांत पांडेय ने बताया कि आगामी 6 दिनों में आईआईटी बीएचयू से प्रोफेसर के के पांडे, प्रोफेसर के के पाठक, डॉ पी आर मैटी, प्रोफेसर संजय शर्मा, प्रोफेसर देवेंद्र मोहन तथा IIT खड़कपुर से डॉक्टर मनीष सहित नामचीन हस्तियों का व्याख्यान व शोध पर चर्चा तथा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग कराया जाना प्रस्तावित है। डॉ डीके त्रिपाठी एसोसिएट प्रोफेसर इंजीनियरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग ने बताया कि यह कार्यशाला संस्थान को एक नए आयाम देने में सक्षम होगी। कार्यक्रम मे १० से अधिक संस्थाओ के ६० अध्यापक, शोध विधार्थी ने प्रतिभाग किया है।संस्थान के कुल सचिव डॉ अमोद कुमार तिवारी नहीं बताया कि माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग को उन्नति के लिए जो भी संसाधन की आवश्यकता होगी उसे शासन स्तर पर प्राथमिकता से पूरा कराया जाएगा। कार्यक्रम के सफल आयोजन मे हरीश चंद्र, आशीष रंजन, कल्पना सिंह, मैनेजर यादव तथा समस्त संकाय सदस्यों का योगदान रहा।