महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के परिसर में होली का उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। छात्र-छात्राओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर और बधाईयां देकर होली का आनंद लिया। गुरुजनों के आशीर्वाद से यह उत्सव और भी मनमोहक बन गया।
पूरे कैम्पस को अबीर-गुलाल से रंगा गया और सभी छात्र-छात्राएं होली के गीतों पर नाचे। विद्यापीठ प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बाहरी लोगों की नजरों से भी बचाव किया। सारे बच्चों को आईकार्ड की मदद से ही परिसर में प्रवेश दिया गया।
इसके अलावा, गंगा की गोद में काशी के साधु-संत भी होली का उत्सव मनाते नजर आए। उन्होंने फूलों से होली खेली और भगवान शिव को भांग के बने शिवलिंग पर अभिषेक किया। यह सभी के लिए एक अद्वितीय अनुभव रहा होगा।
जय पांडेय की टीम ने ब्रज और अयोध्या के प्रसिद्ध होली भजनों को बजाकर ध्यान आकर्षित किया। न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि होली का यह उत्सव असत्य पर सत्य की जीत है। गायब हो रहे संतों और धर्माचार्यों की परंपरागत होली उत्सव को जिंदा रखने की आवश्यकता है। उत्सव में श्रवण दास, ईश्वरशरण, पांडेबाबा, पुरूषोत्तम, अनिल शास्त्री, अवधकिशोर दास आदि उपस्थित रहे।
गंगा के घाटों से लेकर गलियों और सड़कों तक पुलिस तैनात रहेगी। होली के दिन सुबह से ही कमिश्नरेट की पुलिस गंगा के घाटों से लेकर गलियों और सड़कों तक तैनात रहेगी। होली खेलने के बहाने पर सड़क पर अराजकता करने वालों से पुलिस सख्ती से पेश आएगी। शराब पीकर सड़क पर वाहनों की तेज रफ्तार में फर्राटा भरने वाले विशेष रूप से पुलिस के निशाने पर होंगे। होलिका दहन की रात भी पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरतेगी।
सड़क पर हुड़दंग करने वालों की रात हवालात में बीतेगी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा है कि होलिका दहन की रात कमिश्नरेट के सभी चौकी प्रभारी, थानाध्यक्ष और एसीपी अपने-अपने क्षेत्र में पुलिस बल के साथ भ्रमणशील रहें। होलिका दहन और होली का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो।
ट्रैफिक पुलिस रात में ब्रेथ एनालाइजर से करेगी चेकिंग। होलिका दहन की रात शराब पीकर वाहन चलाने वाले सड़क हादसे का शिकार न हों, इसके लिए कमिश्नरेट की ट्रैफिक पुलिस ने भी खास तैयारी की है। ट्रैफिक पुलिस के इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर शहर के अलग-अलग इलाकों में ब्रेथ एनालाइजर से वाहन चालकों की औचक जांच करेंगे। शराब पीकर वाहन चलाने वाले जो भी मिलेंगे, उनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
डिजिटल वॉलंटियर्स की मदद से सोशल मीडिया पर रहेगी नजर। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म की निगरानी के लिए कमिश्नरेट का सोशल मीडिया सेल है। इसके अलावा सभी थाना स्तर पर बनाए गए डिजिटल वॉलंटियर की मदद भी थानाध्यक्ष ले रहे हैं। डिजिटल वॉलंटियर को कहा गया है कि वह सोशल मीडिया पर अपने क्षेत्र के लोगों की गतिविधि पर नजर रखें। यदि कोई अफवाह फैलाए या किसी को उकसाए तो उसकी तत्काल सूचना अपने क्षेत्र के थानाध्यक्ष को तत्काल दें।