शहीद दिवस पर याद किए गए गुरु अर्जुन देव महाराज 

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गुरू सिंह सभा गुरुद्वारे में कीर्तन कथा का हुआ आयोजन 

अहरौरा, मिर्जापुर / नगर के पट्टी खुर्द मोहल्ले में स्थित  श्री गुरूतेग बहादुर सिंह गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में गुरू अर्जुन देव जी महाराज शहीदी गुरू पर्व के अवसर पर आयोजित कार्यकर्म का 11 वे दिन सोमवार को समापन किया गया।इस अवसर कीर्तन पाठ के साथ लोगों शरबत पिलाया गया इसके बाद लोगों ने लंगर छका। गुरू द्वारे में श्री अर्जुन देव जी महाराज की शहीदी गुरू पर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सुखमनी साहब ग्रंथ का पाठ किया गया।गुरू अर्जुन देव महाराज को मुगल शासक जहागीर के आदेश पर गर्म तवे पर बिठाकर  यातनाएं दी गई यही नहीं मुगल शासक जहांगीर ने गुरु अर्जुन देव को पांच दिनों तक तरह-तरह से यातनाएं दी गईं, लेकिन अर्जुनदेव महाराज ने शांत मन से सबकुछ सहा।  

अंत में ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि संवत् 1663 (30 मई, सन् 1606) को उन्हें लाहौर में भीषण गर्मी के दौरान गर्म तवे पर बिठाया। उनके ऊपर गर्म रेत और तेल डाला गया।  यातना के कारण जब वे मूर्छित हो गए, तो उनके शरीर को रावी नदी की धारा में बहा दिया गया। उनके स्मरण में रावी नदी के किनारे गुरुद्वारा डेरा साहिब का निर्माण कराया गया ।

 जो वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित है। गुरु अर्जुन देव जी का पूरा जीवन मानव सेवा को समर्पित रहा है। वे दया और करुणा के सागर थे। वे समाज के हर समुदाय और वर्ग को समान भाव से देखते थे।इसके बाद लोगों को शरबत पिलाया गया और लोगों ने लंगर छका।इस अवसर पर सरदार अमोलख सिंह, जगजीत सिंह, सदा ईश्वर सिंह, सुरजन सिंह, जगजीत सिंह, अतर जीत कौर, सोनी कौर, रविन्द्र कौर, मंजीत कौर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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