वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन बोले, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को न्यूनतम वेतन पाने का अधिकार
चंदौली/ जिले के नौगढ़ तहसील स्थित दुर्गा मंदिर पोखरे पर रविवार को एक ऐतिहासिक दृश्य देखा गया, जब न्यूनतम दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ के नव-निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष भोरिक यादव का जबरदस्त स्वागत हुआ। यह स्वागत केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं था, बल्कि एक ऐसे संघर्ष की शुरुआत थी, जो कर्मचारियों के हक को लेकर सरकार से सीधी लड़ाई का ऐलान कर रहा था। भोरिक यादव के गृह क्षेत्र नौगढ़ में उनके आगमन ने कर्मचारियों को अपनी ताकत का अहसास कराया और उनके उत्साह में अभूतपूर्व वृद्धि हुई।
आपको बता दें कि स्वागत कार्यक्रम की अध्यक्षता वाराणसी मंडल अध्यक्ष विश्वनाथ यादव ने की, जिन्होंने कर्मचारियों के संघर्ष को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का आह्वान किया। प्रभागीय वनाधिकारी रामनगर के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे मुख्य अतिथि वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन ने भोरिक यादव के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर उन्हें बधाई दी और कहा, “यह हमारे प्रभाग के लिए गर्व का विषय है कि भोरिक यादव जैसे नेता ने प्रदेश स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। अब हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि कर्मचारियों को उनका जायज न्यूनतम वेतन मिले।’’ उन्होंने कर्मचारियों से यह भी कहा कि वे वनों की सुरक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारियों को समझें और ईमानदारी से काम करें।
वरिष्ठ समाजसेवी गुरु प्रसाद यादव ने अपने शब्दों में संगठन की शक्ति को अभिव्यक्त करते हुए कहा की संगठन की ताकत में ही कर्मचारियों की जीत है। “भोरिक यादव ने चंदौली के कर्मचारियों की समस्याओं को न केवल उठाया, बल्कि उसे लखनऊ तक पहुंचाया। उन्होंने यह साबित कर दिया कि जब संगठन मजबूत होता है, तो कोई भी बेरहम सरकार कर्मचारियों की आवाज को अनदेखा नहीं कर सकती। यह हर कर्मचारी के लिए गर्व की बात है कि एक ऐसा नेता हमारे बीच से निकला है, जो हमें हमारी पहचान दिला रहा है।
*स्वागत समारोह में शामिल हुए समाजवादी और भाजपा के नेता*
स्वागत कार्यक्रम में शामिल हुए सपा जिला उपाध्यक्ष राजनाथ सिंह यादव और भाजपा मंडल अध्यक्ष भगवान दास अग्रहरि ने भी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के संघर्ष के प्रति अपना समर्थन जताया। दोनों नेताओं ने कहा कि वे हर कदम पर कर्मचारियों के साथ खड़े रहेंगे और उनकी जायज मांगों को सरकार तक पहुंचाने में मदद करेंगे।
*प्रदेश अध्यक्ष भोरिक यादव बोले*
भोरिक यादव ने कर्मचारियों को यह भरोसा दिलाया कि उनकी एकजुटता ही उनके सबसे बड़े हथियार के रूप में काम करेगी। “हमारे संगठन की ताकत सिर्फ इस बात में नहीं है कि हम संगठित हैं, बल्कि इस बात में है कि हम हर जिले में कर्मचारियों की आवाज को बुलंद कर रहे हैं। अब कोई भी कर्मचारी अपनी समस्या को दबा कर नहीं रहेगा, क्योंकि संगठन उनके साथ खड़ा रहेगा।”
प्रदेश संयोजक रमाशंकर यादव ने संगठन की आठ सूत्रीय मांगों का जिक्र करते हुए कहा, “यह संघर्ष किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि समस्त कर्मचारियों का है। हम अपनी आवाज को मजबूती से उठाएंगे, और कोई भी बाहरी ताकत इसे दबा नहीं पाएगी। संगठित रहकर हम अपनी मांगों को पूरा करवा कर ही रहेंगे।” हम सभी मिलकर इसे अंजाम तक पहुंचाएंगे, और यह हर कर्मचारी का संघर्ष बन जाएगा। लोकगीत गायक मुन्नू यादव ने अपने गीत से माहौल को जोश से भर दिया।
*यह सिर्फ शुरुआत है*
नौगढ़ में भोरिक यादव का स्वागत न केवल एक समारोह था, बल्कि यह कर्मचारियों के अधिकारों के लिए एक नई शुरुआत थी। यह संघर्ष अब हर कर्मचारी की आवाज बनेगा और संगठन की ताकत से यह लड़ाई अपने चरम तक पहुंचेगी।