गाडरवारा, । एनटीपीसी गाडरवारा में हिंदी पखवाड़ा के उपलक्ष्य में एक भव्य काव्य संध्या का आयोजन किया गया, जिसने श्रोताओं को हंसी, देशप्रेम और एकता के विचारों से जोड़ दिया। इस विशेष अवसर पर देशभर के ख्याति प्राप्त कवियों ने अपनी ओजस्वी रचनाओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाग लेने वाले कवियों में राजेश चेतन, राजेश अग्रवाल, शंभू शेखर, सपना सोनी और चेतन चर्चित शामिल थे। उनकी प्रेरणादायक कविताओं ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और राष्ट्रीय भावना को एक नई ऊर्जा प्रदान की।
काव्य संध्या का शुभारंभ परियोजना प्रमुख प्रोबाल मंडल द्वारा किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में हिंदी भाषा की महत्ता और उसकी सांस्कृतिक धरोहर के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हिंदी केवल संवाद का माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, हमारे विचार और हमारी पहचान का प्रतीक है।
इस आयोजन में महाप्रबंधक अनुरक्षण एवं प्रचालन समरेंद्र कुमार रॉय, महाप्रबंधक प्रचालन पी.के. जेना सहित अवनी महिला मंडल की प्रमुख सदस्याएं भी उपस्थित थीं। अध्यक्ष प्रीति जैमल, उपाध्यक्ष रेनू रॉय और सुष्मिता जेना ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस काव्य संध्या में राजेश चेतन और राजेश अग्रवाल जैसे प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से श्रोताओं को देशप्रेम और एकता की भावना से ओतप्रोत कर दिया। शंभू शेखर और सपना सोनी ने हंसी-मजाक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी कविताओं से श्रोताओं का मन मोह लिया।
चेतन चर्चित की कविता ने भी श्रोताओं के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।इस आयोजन ने हिंदी के प्रचार-प्रसार और उसकी महत्ता को दर्शाने का एक प्रभावी माध्यम साबित किया। हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित इस काव्य संध्या ने न केवल भाषा के महत्व को उजागर किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि किस प्रकार हिंदी भाषा अपनी विशिष्टता और गहराई के साथ लोगों को आपस में जोड़ती है। कार्यक्रम में उपस्थित श्रोतागण कविताओं से प्रेरित होकर देशप्रेम और राष्ट्रीय एकता की भावना को सजीव रूप से महसूस कर रहे थे। ओज और हंसी से भरी इन कविताओं ने श्रोताओं को हर्षित करने के साथ-साथ उन्हें अपनी मातृभूमि के प्रति कर्तव्यों का स्मरण भी कराया। काव्य संध्या का समापन हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित करते हुए किया गया। इस आयोजन ने श्रोताओं को गहरे तक प्रभावित किया और उन्हें हिंदी भाषा की ओर और अधिक प्रेम और सम्मान का भाव विकसित करने के लिए प्रेरित किया।