पर्यावरण संरक्षण एवं विस्थापित कल्याण के लिए वचनबद्ध है विंध्याचल
जेम 2024 के परिपेक्ष्य में कार्यकारी निदेशक ने की मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता
सोनभद्र, सिंगरौली/ बालिका सशक्तिकरण अभियान ग्रामीण बालिकाओं को उनकी प्रतिभा को निखारने का उत्तम मंच है। बालिका सशक्तिकरण अभियान के माध्यम से ग्रामीण बालिकाओं को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से अभी तक 5000 से अधिक बालिकाओं को सशक्त एवं शिक्षित किया जा चुका है। यह अभियान एनटीपीसी के 50 परियोजनाओं में सफलतापूर्वक आयोजित हो रहा है।यह बातें एनटीपीसी विंध्याचल के कार्यकारी निदेशक ई सत्य फणि कुमार ने कहीं। कार्यकारी निदेशक आज उमंग भवन में बालिका सशक्तिकरण अभियान 2024 के परिपेक्ष्य में मीडिया प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे थे।
कार्यकारी निदेशक ने बताया कि बालिका सशक्तिकरण अभियान एनटीपीसी वीएसआर का पायलट प्रोजेक्ट है जो वर्ष 2018 में एनटीपीसी के विंध्याचल, सिंगरौली और रिहंद परियोजनाओ में प्रारम्भ किया गया था। इस अभियान की सफलता को देखते हुये अब यह अभियान एनटीपीसी की 50 परियोजनाओं में सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। कार्यकारी निदेशक ने बताया कि इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण बालिकाओं को हर क्षेत्र में एवं उन्नत बनाने का लक्ष्य है जिससे यह बालिकाएँ अपने क्षेत्र में रोल मॉडल का कार्य कर अन्य बालिकाओं को भी हुनरमंद बना सकें। श्री कुमार नें बताया कि इस वर्ष इस अभियान में परियोजना के आस-पास के 18 शासकीय विद्यालयों की 120 5वीं पास ग्रामीण बच्चियों को शामिल किया गया है। इन बच्चियों को योग्य एवं प्रशिक्षित महिला प्रशिक्षकों द्वारा अलग-अलग विधाओं के साथ-साथ पढ़ाई की भी शिक्षा दी जा रही है। चार सप्ताह के इस आवासीय प्रशिक्षण का समापन 14 जून 2024 को किया जाएगा।
मीडिया प्रतिनिधियों के साथ संवाद के दौरान कार्यकारी निदेशक नें पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान एवं ग्रामीण क्षेत्र में चलाई जा रही जनकल्याणकरी योजनाओं की जानकारी देते हुये बताया कि विंध्याचल पर्यावरण संरक्षण के लिए सदैव संकल्पित है। कार्यकारी निदेशक ने बताया की सयंत्र से निकलने वाली फ्लाई ऐश की शत प्रतिशत उपयोगिता प्रारम्भ से ही चुनौती रही है परंतु, विंध्याचल में फ्लाई ऐश का अधिकतम उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया है और वर्ष 2027 तक शत प्रतिशत फ्लाई ऐश का उपयोग करने की कार्य योजना है। जिसके तहत एनसीएल की बंद पड़ी गोरबी खदान में फ्लाई ऐश का भराव किए जाने संबंधी एमओयू किया गया है। कार्यकारी निदेशक नें बताया कि ग्रामीण क्षेत्रो एवं विस्थापितों के कल्याण के लिए विंध्याचल हर संभव प्रयास कर रहा है वहीं हाल ही में सम्पन्न हुये स्वच्छता पखवाड़ा के तहत विभिन्न स्थानों पर अभियान चलाकर साफ-सफाई एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गये।
इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारम्भ में विंध्याचल मानव संसाधन प्रमुख राकेश अरोड़ा नें कार्यकारी निदेशक ई सत्य फणि कुमार, मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा सहित उपस्थित अन्य महाप्रबन्धकगणों एवं मीडिया प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुये कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की। तत्पश्चात एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा परियोजना की गतिविधियों एवं कार्यक्रमों की जानकारी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दी गई एवं वरिष्ठ प्रबन्धक(मानव संसाधन) श्रीमती कामना शर्मा ने परियोजना के नैगम सामाजिक दायित्व के तहत किए गये कार्यों के बारें में एवं आगामी कार्य योजना के बारें में विस्तार से जानकारी दी।कार्यक्रम का संचालन कार्यपालक (नैगम संचार) शिक्षा गुप्ता नें किया ।
कार्यक्रम में कार्यकारी निदेशक की मीडिया प्रतिनिधियों के साथ संवाद के दौरान मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक (चिकित्सा सेवाएँ) डॉ. बी सी चतुर्वेदी, महाप्रबंधक(हरित रसायन) सुजय कर्माकर, महाप्रबंधक(आर एल आई) त्रिलोक सिंह, महाप्रबंधक(प्रचालन) पार्था नाग, महाप्रबंधक(मेंटीनेंस) आशुतोष सत्पथी, महाप्रबंधक(परियोजना) अतिन कुंडु, महाप्रबंधक (संविदा एवं सामग्री) डी के अग्रवाल, अपर महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्षों के साथ-साथ प्रिंट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे।