वाराणसी/ एनटीपीसी-टाण्डा द्वारा नैगमिक सामाजिक दायित्व के अन्तर्गत पशु स्वास्थ्य के प्रति पशुपालकों को जागरूक करने एवं पशुओं के समुचित इलाज के उद्देश्य से ग्राम हकीमपुर में निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। पशुपालन विभाग, अम्बेडकरनगर के सहयोग से आयोजित इस शिविर में कुल 312 पशुओं की गहन जाँच के उपरान्त दवाइया एवं पोषक आहार वितरित किए गये। पशु चिकित्सा शिविर का उद्घाटन एनटीपीसी टाण्डा के महाप्रबंधक (चिकित्सा सेवाएं) डा0 उदयन तिवारी एवं महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री एस.एन.पाणिग्राही ने फीता काटकर किया। शिविर में आये पशुओं का इलाज पशु चिकित्साधिकारी डा0 मुकेश कुमार, डा0 पंकज सिंह, द्वारा किया गया। शिविर के आयोजन में एनटीपीसी टाण्डा की उप महाप्रबन्धक (मानव संसाधन) श्रीमती मृणालिनी, अधिकारी (सी.एस.आर.) श्री एन.ए.शिपो, सियासरन, तथा पशुओं के इलाज में सहयोग पशुपालन विभाग के मसलाउद्दीन एवं टीम द्वारा किया गया। शिविर को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डा0 तिवारी ने कहा कि पशुधन का विकास करके ही मनुष्य के अच्छे स्वास्थ्य को भी प्राप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर पाणिग्राही ने दूध की उपयोगिता एवं उसमें की जा रही मिलावट से उत्पन्न समस्या के कुप्रभाव पर प्रकाश डाला। शिविर में पशु चिकित्साधिकारी, डा0 मुकेश वर्मा ने एनटीपीसी की सराहना करते हुए कहा कि पूर्व की भांति इस शिविर हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ ही निःशुल्क दवाइयां एवं पशुओं के पंजीकरण का शुल्क एनटीपीसी द्वारा वहन किया जा रहा है। उन्होंने अपने संबोधन में समय≤ पर पशुओं में होने वाली बीमारियों एवं रोकथाम के बारे में पशुपालकों को जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एन.ए.शिपों, अधिकारी (सीएसआर) ने ग्रामीणजनों से कहा कि परियोजना के आसपास के गावों में भी पशु चिकित्सा शिविर आयोजित करने की योजना है। शिपों ने पशुपालकों से इन शिविरों से अधिकाधिक लाभ उठाने की अपील की।