इस्पात इंग्लिश मीडियम स्कूल के पूर्व विद्यार्थी अपने व्यक्तित्व को गढ़ने के लिए स्कूल के प्रति कृतज्ञार्थ

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राउरकेला।इस्पात अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालय (आईईएमएस) के 1966 के पूर्व छात्र श्री जयसेन मोदी ने आईईएमएस के हीरक जयंती समारोह में भाग लेने के दौरान स्कूल की यादों को ताज़ा करते हुए कही, “यह स्कूल एक तीर्थयात्रा की तरह है। स्कूल से आप जो मूल्य सीखते हैं, वह हमेशा आपके साथ रहता है।” समारोह में भाग लेने वाले सबसे बुजुर्ग पूर्व छात्र श्री मोदी पोर्टलैंड, ओरेगन के सेवानिवृत्त इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं, जिन्होंने आखिरी बार 1972 में अपने विद्यालय का दौरा किया था और वे फिर से दुबारा यहाँ आना चाहते हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यू जर्सी, में चार्टर्ड अकाउंटेंट के तौर पर कार्यरत, अनिल आनंद ने कहा, “इस स्कूल ने हमें न केवल शिक्षा बल्कि जीवन में सब कुछ करने की नींव रखी है । हम अपने व्यक्तित्व  को गढ़ने के लिए स्कूल और शिक्षकों के बेहद आभारी हैं।” स्कूल की एक प्यारी याद को साझा करते हुए,  आनंद ने बताया कि कैसे गलती से उनके हाथ से कुछ लैब उपकरण टूट गए थे पर उन्हें दंडित करने के बजाये लैब असिस्टेंट,  सेन ने उन्हें प्यार से कहा कि वे चिंता न करें और उन्हें जाने दे दी । उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह सब इस स्कूल की वजह से है कि हमने यह सब सीखा और इसने हमारी बहुत मदद की है। इस स्कूल के बिना, हम अपने जीवन में उस मुकाम पर नहीं पहुँच पाते जहाँ हम हैं।” 

इंफोसिस में 20 से अधिक वर्षों के अनुभव वाली एक आईटी क्षेत्र की वरिष्ठ पेशेवर, सुश्री कुमारिका महंती ने कहा, “जीवन में मेरे सामने आने वाली हर परिस्थिति, चाहे वह चुनौतीपूर्ण हो या पुरस्कृत करने वाली, मुझे मेरे स्कूल के दिनों की याद दिलाती है। आईईएमएस  ने मेरे करियर को इस तरह से आकार दिया है कि यह आपको हर चुनौती और स्थिति का सामना करने में सक्षम बनाता देता है और आपको धरातल से जोड़े रखता है।”

विशेषत:  दुनिया भर से 200 से अधिक प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों की उपस्थिति में आयोजित भव्य समारोह ने पुरानी यादों, गर्व और खुशी की जीवंत तस्वीर बनाई। आईपीएस, डीआईजी पश्चिमी रेंज श्री बृजेश कुमार राय, समापन दिवस यानी 17 नवंबर 2024 को समारोह के मुख्य अतिथि थे। 

कार्यक्रम की शुरुआत एक भावपूर्ण आह्वान गीत के साथ हुई। इस अवसर पर प्रतिष्ठित गणमान्यों ने स्कूल की 60 वर्षों की उल्लेखनीय यात्रा पर प्रकाश डालते हुए प्रेरक भाषण दिए। कार्यक्रम में आईईएमएस की विरासत पर एक विशेष सत्र भी शामिल था, जिसे “नेक्रोलॉजी” नामक एक भावपूर्ण खंड में समाहित किया गया, जिसमें शिक्षा और समुदाय निर्माण में संस्थान के योगदान को दर्शाया गया। एक मुख्य आकर्षण सम्मान समारोह था, जहाँ पूर्व शिक्षकों और उल्लेखनीय गणमान्यों को संस्थान की गौरवपूर्ण इतिहास  में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। समापन समारोह पूर्व छात्रों द्वारा प्रस्तुत एक आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ अपने चरम पर पहुँच गया, साथ ही पेशेवरों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और पुरानी यादों को फिर से तरो-ताज़ा किया।

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