विलासपुर। सोमवार को एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को मुख्यालय बिलासपुर स्थित सीएमडी कक्ष में उन्हें शाल, श्रीफल, पुष्पहार से सम्मानित कर समस्त भुगतान का चेक प्रदान कर भावभीनी विदाई दी गयी।
मुख्यालय प्रशासनिक भवन के कान्फ्रेन्स हाल में निदेशक तकनीकी (संचालन) एसके पाल के मुख्य आतिथ्य, जी श्रीनिवासन निदेशक (वित्त), निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना), एसएन कापरी, निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या, मुख्य सतर्कता अधिकारी जयंत कुमार खमारी के विशिष्ट आतिथ्य, विभिन्न विभागाध्यक्षगण, अधिकारियों-कर्मचारियों की मौजूदगी में मनोज कुमार अग्रवाल महाप्रबंधक (मासंवि), केवी पिल्लई महाप्रबंधक (कार्मिक /विभागाध्यक्ष विधी विभाग), डा. डीबी सोनखुसरे प्रमुख (चिकीत्सा सेवायें), बीसी मिश्रा मुख्य प्रबंधक (उत्खनन विभाग), एलके गुप्ता अधीनस्थ अभियंता (ईएंडटी), एमएम गुल्ला कार्यालय अधीक्षक वित्त विभाग, अतुल दुबे कार्यालय अधीक्षक मासंवि, एजे फ्रेंकलिन असिस्टेंट सुपरवाइजर सतर्कता विभाग, बिशेशर प्रसाद ड्राइवर कम मेकेनिक परिवहन विभाग, भागबली प्रधान सुरक्षा प्रहरी सुरक्षा विभाग के सेवानिवृत्ति पर उन्हें शाल, श्रीफल, रोज बड, स्मृति चिन्ह, पीएफ देयकों की राशि प्रदान कर विदाई दी गई। इस तिथि पर मुख्यालय बिलासपुर से श्री एसपी कुंडू कार्यालय अधीक्षक प्रशासन विभाग, श्री भगवान साहू ग्रेड बी नगर प्रशासन विभाग व श्री एस एच अग्निहोत्री कार्यालय अधीक्षक एसईसीएल सेल नागपुर भी सेवानिवृत्त हुए ।
इस अवसर पर शीर्ष प्रबंधन ने अपने.अपने उद्बोधन में कहा कि सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी.कर्मचारी के योगदानए कार्यकौशल से ही कम्पनी सफलता के इस मुकाम पर पहुँची है। सेवानिवृत्त कर्मियों के योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा। सेवानिवृत्त कर्मियों ने अपने बच्चों को शिक्षित कर एक स्वस्थ व सफल समाज की संरचना में अपना योगदान दिया है। सेवानिवृत्त कर्मियों ने अपने ज्ञान व अनुभव से सदैव कम्पनी को लाभान्वित किया तथा अपने कार्यस्थल में स्वस्थ्य एवं निष्पक्ष कार्यदशाएँ कायम कर आपसी सामंजस्य एवं सहयोग से कार्य सम्पादित किया। अंत में उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मियों के सपरिवार उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की। सेवानिवृत्त अधिकारियों.कर्मचारियों ने कम्पनी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यहां के कर्मचारियों में कार्य के प्रति बहुत ही निष्ठा है। यहाँ के अधिकारी.कर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर साथ में कार्य करते हैं एवं किसी कार्य को बोझ समझकर नहीं करते हैं। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त कर्मियों का परिचय पढ़ते हुए सफलतापूर्वक उद्घोषणा का दायित्व उप प्रबंधक (राजभाषा) सविता निर्मलकर ने निभाया।