वाराणसी। हिन्दी के वरिष्ठ एवं प्रख्यात कवि अष्टभुजा शुक्ल वर्ष 2024 का प्रो. शुकदेव सिंह स्मृति व्याख्यान देंगे। यह व्याख्यान ‘अवधी के जायसी, जायसी की अवधी’ विषय पर आधारित होगा।
कार्यक्रम का आयोजन
यह कार्यक्रम बीएचयू के महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र तथा कबीर विवेक परिवार द्वारा संयुक्त रूप से सामाजिक विज्ञान संकाय के सम्बोधि सभागार में 24 जुलाई को दोपहर 1.30 बजे से आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. बिंदा परांजपे करेंगी।
व्याख्यान का उद्देश्य
कबीर विवेक परिवार की न्यासी भगवंती सिंह ने बताया कि यह व्याख्यान 24 जुलाई को आदिकाल और मध्यकाल के प्रामाणिक आलोचक प्रो. शुकदेव सिंह के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित किया जाता है।
अष्टभुजा शुक्ल की विशेषता
महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र के निदेशक प्रो. आशीष त्रिपाठी ने कहा, ‘अष्टभुजा शुक्ल हिन्दी के अत्यंत महत्वपूर्ण कवि हैं। उनकी कविता में अवध की जनपदीय और सांस्कृतिक भंगिमा के साथ जनतंत्र की गहरी आकांक्षा मौजूद है। जायसी पर उनका व्याख्यान समकालीन कवि का पुरखा कवि से आत्मीय संवाद जैसा है।’
संयोजक का बयान
प्रो. शुकदेव सिंह स्मृति व्याख्यान के संयोजक प्रो. मनोज सिंह ने कहा, ‘जायसी निष्कलुष और अकुंठ प्रेम के साथ लोकचित्त की खरी पहचान के कवि हैं। वे हिन्दी जाति के नितांत संवेदनशील पूर्वज हैं।’