सुंदरगढ़।निदेशक प्रभारी (आर.एस.पी.), अतनु भौमिक ने 16 दिसंबर 2024 को सामग्री प्रबंधन विभाग के भंडारण अनुभाग द्वारा आयोजित आधुनिकीकरण भंडार में चल एवं अचल इन्वेंट्री पर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन), तरुण मिश्र, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा), ए.के.बेहुरिया, कार्यपालक निदेशक (परिचालन), बिस्वरंजन पलाई, कार्यपालक निदेशक (परियेाजनाएँ), सुदीप पाल चौधरी, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन), अनिल कुमार, संयंत्र के कई मुख्य महा प्रबंधक एवं विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। गणमान्यों ने इस अवसर पर पौधारोपण लगाए।
अपने उद्घाटन भाषण में, भौमिक ने ऐसी प्रदर्शनियों के आयोजन पर जोर दिया, जो सही मात्रा और सही गुणवत्ता वाले पुर्जों और उपकरणों की खरीद के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करेगी। उन्होंने बड़े पैमाने पर डिजिटलीकरण और स्वचालन को अपनाने पर भी जोर दिया, ताकि इन्वेंट्री के ढेर को कम करने की योजना बनाई जा सके।
तरुण मिश्रा ने खरीद में डेटा-संचालित दृष्टिकोण का आह्वान किया, अनावश्यक खरीद से बचने और इष्टतम संसाधन उपयोग सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकताओं के 10-वर्षीय विश्लेषण पर आधारित निर्णय लेने का आग्रह किया।
ए.के.बेहुरिया ने कहा कि इन्वेंट्री कार्यशील पूंजी का एक महत्वपूर्ण घटक है, और वित्तीय दक्षता में सुधार के लिए इन्वेंट्री होल्डिंग अवधि को कम करने के प्रयासों का लक्ष्य होना चाहिए।
बिस्वरंजन पलाई ने अचल इन्वेंट्री द्वारा उत्पन्न चुनौतियों पर चर्चा की और विभागाध्यक्षों को रणनीतिक उपयोग के माध्यम से इन वस्तुओं को कम करने के तरीकों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया।
अपने संबोधन में, सुदीप पाल चौधरी ने एक केन्द्रित तौर पर इन्वेंट्री प्रबंधन में डिजिटलीकरण के महत्व पर जोर दिया।
अनिल कुमार ने इन्वेंट्री प्रबंधन प्रक्रियाओं को निर्बाध, कुशल और परिचालन आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने के महत्व को रेखांकित किया।
प्रारंभ में महा प्रबंधक प्रभारी (सामग्री प्रबंधन-स्टोर, निरीक्षण और एस.सी.), श्री एन.आर.राय चौधरी, ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया तथा प्रदर्शनी का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया । महा प्रबंधक (सामग्री प्रबंधन-स्टोर), श्री एस.बेहेरा ने कार्यक्रम की शुरुआत की और इन्वेंट्री वर्गीकरण और कुशल उपयोग के महत्व को रेखांकित किया गया।
उप प्रबंधक, महेश्वर महंत ने भंडार विभाग के महत्व तथा निदेशक प्रभारी के नेतृत्व में किए गए विकास कार्यों पर एक कविता सुनाई, जिसे तत्पश्चात भौमिक को सौंपा गया। उप महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन – भण्डारण),अनिंदिता महापात्र ने कार्यक्रम का समन्वय किया, जबकि सहायक महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन – भण्डारण), बसंत कुमार चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इससे पूर्व, निदेशक प्रभारी ने आधुनिकीकरण भंडार में दो नए शेड के निर्माण की आधारशिला रखी। उन्होंने कार्यपालक निदेशकों के साथ परिसर में पौधे भी लगाए। उल्लेखनीय है कि, 16 से 31 दिसंबर तक आयोजित की जा रही इस प्रदर्शनी में चल और अचल मानी जाने वाली सूची के रूप में वर्गीकृत विभिन्न वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें परियोजना से बची हुई वस्तुएँ, अधिशेष और अनावश्यक वस्तुएँ शामिल होंगी, ताकि विभिन्न विभाग सामग्रियों का निरीक्षण कर सकें और अपनी इकाइयों में उपयोग के लिए वस्तुओं की मांग कर सकें।