सोनभद्र/ कार्यकारी निदेशक राकेश प्रसाद सीएसआर आरएंडआर एलए ने 26 मई 2022 को एनटीपीसी विंध्याचल में दिल्ली से पहुंचकर बालिका सशक्तिकरण हेतु परियोजना में चलाए जा रहे 15 मई 2022 से 12 जून 2022 तक अभियान की बालिकाओं से रूबरू होकर उनका मनोबल बढ़ाया।
श्री राकेश प्रसाद ने अभियान में शामिल 110 बालिकाओं के आवास, खानपान, शिक्षा व्यवस्था आदि का गहनता से निरीक्षण करके स्टेशन की व्यवस्था पर प्रसन्नता जताई।
अपने संबोधन में कार्यकारी निदेशक सीएसआर आरएंडआर एलए राकेश प्रसाद ने कहा कि एनटीपीसी, परियोजना के आसपास के गांवों की बालिकाओं के उत्थान के लिए इस वर्ष लगभग 35 प्रोजेक्ट लोकेशन पर इस पहल को बढ़ाने की योजना बनाई है। इसी कड़ी में एनटीपीसी ने इस अभियान के तहत देश भर की बालिकाओं को सशक्त बनाने के साथ ही उन्हें बुनियादी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आत्मरक्षा हेतु जागरूक करा रहें है। इस पहल के माध्यम से एनटीपीसी ने खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में फैली रूढ़ीवादी अवधारणाओं को दूर करने और बालिका भ्रूण हत्या की समस्या को हल करने का प्रयास किया है। इससे बच्चों को अपनी प्रतिभा एवं क्षमता दर्शाने का मौका मिलेगा। उन्होंने आगे बताया कि मुझे यह जानकर खुशी हो रही है इस कार्यशाला में भाग लेने वाली 10 से 12 वर्ष की आयु के 110 बालिकाओं में से सभी बालिकाएं एनटीपीसी विंध्याचल के आसपास के प्रभावित गांव के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राएं हैं। कार्यशाला में मिलने वाली सुविधाओं के विषय में उन्होंने आगे बताया कि कार्यशाला के दौरान उनके आवास, भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें बेसिक शिक्षा के अतिरिक्त योगा, क्राफ्ट और अन्य गतिविधियों जैसे नृत्य, संगीत, व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि हम बालिका सशक्तिकरण अभियान के माध्यम से ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक छोटा सा योगदान दे सकें।
प्रस्थान के पूर्व राकेश प्रसाद ने स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वृक्षारोपण भी किया। शिक्षा जीवन में सकारात्मक बदलाव लाती है। आज बालिकाओं को शिक्षित करने हेतु विभिन्न पहल किए जा रहे हैं जिससे बालिकाएं शिक्षित होकर अपने जीवन को रोशन कर रही हैं। आज हम किसी भी क्षेत्र में देखें महिलाएं कदम से कदम मिलाकर अपना निर्धारित कार्य समर्पण के साथ कर रही हैं। बालिका सशक्तिकरण मिशन शिक्षा से रोशनी की ओर एनटीपीसी की एक ऐसे ही पहल है।