रांची।सीसीएल मुख्यालय में विभिन्न विभागों से सेवानिवृत हो रहे पांच कर्मी – डॉ. उत्पला चक्रवर्ती , सीएमएस , केन्द्रीय अस्पताल, गांधीनगर; शुभ्रा मुखर्जी, ओएस ग्रेड ए अमरेंद्र मणि त्रिपाठी, डेंटल टेक्निसियन ए प्रथम ,केन्द्रीय अस्पताल, गांधीनगर: यशोधरा देवी, वरीय आया ; द्रौपदी देवी,सफाईकर्मी को आज सीसीएल परिवार की ओर से एक ‘’सम्मान समारोह’’ का आयोजन कर भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर निदेशक (कार्मिक) हर्ष नाथ मिश्र, निदेशक (तक./यो. एवं परि.) बी.साइराम तथा सीवीओ पंकज कुमार उपस्थित थे। सितम्बर माह में मुख्यालय सहित पूरे सीसीएल से 96 कर्मी सेवानिवृत्त हुए ।इस अवसर पर सेवानिवृत्त कर्मियों के कार्यानुभवों पर एक शॉर्ट फिल्म (विडियो क्लिप) प्रदर्शित किया गया। इस वीडियो में कर्मियों ने अपने संपूर्ण सेवाकाल के यादगार लम्हों को सबसे साझा किया। सेवानिवृत्त कर्मियों ने कंपनी के प्रति शुभेच्छा प्रकट करते हुए कहा कि कंपनी हमारे पूरे सेवा काल में जीवन का एक अभिन्न अंग रही है। उन्होंने सभी को धन्यवाद देते हुए कंपनी के उत्तरोत्तर विकास की कामना की। निदेशक (कार्मिक) हर्ष नाथ मिश्र ने कहा कि कंपनी की सफलता में सभी का योगदान सराहनीय है। उन्होंने सेवानिवृत्त हो रहे कर्मियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपकी मेहनत, लगन और कत्वर्यनिष्ठा से कंपनी दिनोदिन उन्नयन के मार्ग पर अग्रसर है। मिश्र ने कर्मियों को आनंदचित्त रहने का परामर्श देते हुए उनके स्वस्थ जीवन की कामना की।
निदेशक (तक./यो. एवं परि.), बी. साईराम ने समारोह के मुख्य आकर्षण सेवानिवृत कर्मियों का स्वागत करते हुए कहा आप सभी आज एक सफर को सफलता पूर्वक पूरा करके दूसरे सफर की शुरुआत कर रहे हैं। कंपनी को नई ऊँचाई देने में आप सब का सार्थक प्रयास अनुकरणीय है। श्री साईराम ने सभी सेवानिवृत हो रहे कर्मियों के जीवन के दूसरी पाली के लिए शुभकामनाएं दी।
मुख्य सतर्कता अधिकारी, पंकज कुमार ने अपने संबोधन में सभी सेवानिवृत हो रहे कर्मियों के योगदानों की सराहना करते हुये कहा कि रिटायरमेंट के बाद आप सभी अपने आप को सामाजिक एवं अच्छे कार्यों में व्यस्त रखें।
सेवानिवृत हो रहे कर्मियों को शॉल ,श्रीफल एवं स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सीसीएल मुख्यालय के विभिन्न विभागों के महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष एवं सेवानिवृत्त कर्मियों के परिजन उपस्थित थे। मंच का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्षा (कल्याण) श्रीमती रेखा पांडेय ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कल्याण विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभागों का विशेष योगदान रहा।