आयुर्वेदिक इलाज से डेंगू बुखार से मिल सकती है छुटकारा: डॉ अशोक  

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 इलिया चंदौली । डेंगू बुखार एडीज़ एजिप्टी प्रजाति की मादा मच्छरों के काटने से होती है। ये बीमारी तापमान में बदलाव, बारिश और उमस के मौसम में तेज़ी से फैलती है। उल्टी, भयानक सिर दर्द, मतली, त्वचा पर चकत्ते, जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द और मांसपेशियों में दर्द, डेंगू बुखार के आम लक्षणों में शामिल हैं।उक्त बाते मृत्युंजय हास्पीटल के वरिष्ठ चिकित्सक डा अशोक दूबे ने गुरुवार को बरहुआ मे मरीजों को जानकारी देते हुए कही।

उन्होंने कहा कि डंगू का समय पर इलाज बेहद ज़रूरी है, वरना यह बीमारी गंभीर रूप भी ले सकती है। समय पर इलाज न होने से थकान, उल्टी में खून, लगातार उल्टी, मसूड़ों से खून आना, बेचैनी, गंभीर पेट दर्द और तेज़ी से रक्तस्राव जैसी जटिल परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। डेंगू का इलाज उसके लक्षणों को ठीक करके किया जाता है। ऐसे में आयुर्वेद में कुछ उपाय हैं, जो आपकी इस बुखार से राहत पाने में मदद कर सकते हैं।

नारियल पानी ,मेथी का पानी, पपीते के पत्ते का रस,नीम का जूस, इन सभी का दिन में दो बार सेवन करने से डेंगू बुखार हमेशा के लिए ठीक हो सकता है।इस दौरान डॉ लोकेश यादव,आशिष कुमार पांडेय,कंचन,पल्लवी मौर्या, सहित मरीज उपस्थित थे।

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