भदोही -आयुर्वेद के प्रर्वतक भगवान धनवन्तरि की स्मृति में धनतेरस पर्व 10 नवम्बर को अष्टम आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाते हुए ‘‘हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद’’ के आयोजन हेतु जिलाधिकारी गौरांग राठी ने जूम बैठक कर कार्ययोजना एवं रूप रेखा पर बल दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की प्रेरणा व मार्गदर्शन में इस सुअवसर पर आयुर्वेद पद्यति को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बढ़ावा देने व जन आरोग्य को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आमजन की स्वीकार्यता सुनिश्चित किये जाने हेतु जनसंदेश, जनभागिदारी एवं जन आन्दोलन के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जनचेतना जागरूक किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयुर्वेद दिवस 2023 की थीम ‘‘आयुर्वेद फार वन हेल्थ’’ की टैग लाइन ‘‘हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद’’ पर आधारित गठित जनपद स्तरीय समिति द्वारा जनपद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है।
छात्रों में आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार हेतु चिकित्सालय के निकटवर्ती विद्यालय/महाविद्यालय में आयुर्वेद सम्बन्धी औषधि उपवन विकसित किये जाने हेतु चित्रकला प्रतियोगिता एवं विभिन्न नवाचार प्रतियोगिता आयोजित किये जा रहे है। आयुर्वेद में व्यवसाय की सम्भावनाओं को विकसित करने हेतु प्रोफेसनल लोगों के मध्य भी जागरूकता उत्पन्न किया जा रहा है। आज 08 नवम्बर को किसानों के लिए आयुर्वेद थीम पर किसानों के मध्य राष्ट्रीय औषधि पादप बोर्ड द्वारा विकसित 110 प्रकार के औषधि पौधों की खेती की जानकारी दी गयी। साथ ही हर्बल कीट नियत्रंण की आयुर्वेदिक विधियों के बारे में किसानों को जागरूक किया गया।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ0 सरोज शंकर राम ने बताया कि 09 नवम्बर को जन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में जनभागिदारी सबसे महत्वपूर्ण है। इस दृष्टि से लोगों में संकलित जीवनशैली, उचित खान-पान, व्यायाम आदि को बढ़ावा देने के लिए सीतामढ़ी सहित जनपद के सभी क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेगे। सीतामढ़ी में आयोजित चिकित्सा कैम्प में स्वास्थ्य एवं औषधियों के विषय में जन सामान्य को परामर्श देने हेतु आयुर्वेद होम्योपैथी यूनानी के चिकित्सकों की उपस्थिति रहेंगी।
10 नवम्बर को धनतेरस के दिन केएनपीजी कालेज में अपराह्न 1.30 बजे तक आयोजित जनपदीय अष्टम आयुर्वेद दिवस कार्यक्रम के अन्तर्गत आयुर्वेद से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार की प्रतियोगितायें-कला प्रतियोगिता, आयुर्वेदिक रैलिया, आयुर्वेदिक रेसिपी, स्लोगन, पोस्टर, भाषण, योग, हर्बल गार्डन की स्थापना सहित वन विभाग, उद्यान विभाग, आयुष विभाग आदि की सहायता से विस्तृत कार्यक्रम होगें तथा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने अष्टम आयुर्वेद दिवस को पूर्ण हर्षोल्लास के साथ समारोह को मनाये जाने के लिए गठित कमेटी के सदस्यों, प्रभागीय वनाधिकार, जिला उद्यान अधिकारी, आयुष विभाग को आपसी सहयोग व समन्वय करने का निर्देश दिया। जूम बैठक में सभी सदस्यगण व सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।