डीएम, सीडीओ ने “भिक्षावृत्ति मुक्त काशी” अभियान के संबंध में बैठक कर दिये आवश्यक दिशा-निर्देश

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*12 मार्च से भिक्षुओं की होगी कांउसलिंग*

*रेसक्यू की कार्यवाही गठित टीम द्वारा 13 मार्च से किया जायेगा*

*रेसक्यू के बाद विभिन्न प्रकार के भिक्षुओं को विभिन्न सेल्टर होम, बालगृहों एवं अपना घर आश्रम इत्यादि में रखा जायेगा*

  वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा शनिवार को गुगल मीट पर “भिक्षावृत्ति मुक्त काशी” अभियान वर्ष 2023 के सफल संचालन हेतु पुलिस विभाग, नगर निगम व अन्य सभी सम्बन्धित विभागों एवं एन०जी०ओ० के साथ बैठक की गयी।

      बैठक के दौरान आगामी 12 मार्च से भिक्षुओं की कांउसलिंग व भिक्षा न देने हेतु प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये तथा उसके पश्चात रेसक्यू की कार्यवाही गठित टीम द्वारा 13 मार्च से किये जाने के निर्देश दिये। रेसक्यू के बाद विभिन्न प्रकार के भिक्षुओं को विभिन्न सेल्टर होम, बालगृहों एवं अपना घर आश्रम इत्यादि में रखा जायेगा। नगर निगम और पुलिस विभाग अपने पब्लिक ऐडेसिंग सिस्टम, पोस्टर, बैनर, पम्पलेट आदि के माध्यम से जन जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार करेंगे। अभियान के दौरान भिक्षावृत्ति निषेध अधिनियम एवं मानवाधिकारों आदि का अनुपालन कराया जायेगा। अगले 15 दिनों में काशी को भिक्षावृत्ति मुक्त कराने के सभी को निर्देश दिये गये। बैठक में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम द्वारा अपर नगर आयुक्त को नगर निगम के शेल्टर होम में सारी सुविधा को चुस्त दुरुस्त रखने एवं विभिन्न चिन्हांकित स्थानों पर भिक्षावृत्ति अपराध के साइनेज लगाए जाने के निर्देश दिए।

     मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को पूरी तन्मयता से इस अभियान में लगने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अभियान में जुड़े एनजीओ “अपना घर” एवं “रोटी बैंक” से इस मुहिम में सहयोग की अपील की। रोटी बैंक द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा पिछले सात सालों से भिक्षावृत्ति, ठेला, रिक्शा चालक, मानसिक विकृत और लावारिस लोगों के बीच भोजन पहुंचाने का कार्य पिछले सात सालों से किया जा रहा है इसलिए उनके द्वारा प्रतिदिन रू बरु होने की वजह से भिखारियों को पहचानना एवं चिन्हित करना आसान होगा। बैठक में अपर नगर आयुक्त, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारी जुड़े रहे।

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