*उत्तर भारत में पहली बार दिव्यांगजनों की दिव्य कलाओं की होगी प्रस्तुतीकरण*
वाराणसी। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित होने वाले दिव्य कला शक्ति कार्यक्रम का आयोजन 27 मई को सिगरा स्थित रूद्राक्ष अन्तर्राष्ट्रीय कन्वेशनल सेन्टर में किया गया हैं। यह कार्यक्रम उत्तर भारत में पहली बार दिव्यांगजनों की दिव्य कलाओं का प्रस्तुतीकरण करेगा। कार्यक्रम का आयोजन नोडल एजेंसी के रूप में समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केन्द्र (सी0आर0सी0), लखनऊ के द्वारा किया जा रहा है।
उक्त जानकारी देते हुए सी0आर0सी0, लखनऊ के निदेशक रमेश पाण्डेय ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव, श्री राजेश अग्रवाल (आई0ए0एस0) का आगमन हो रहा है तथा कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय मंत्री रविन्द्र जायसवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), स्टाम्प व न्यायालय शुल्क पंजीकरण, मंत्री डाॅ0 दयाशंकर मिश्र “दयालु”, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), आयुष खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन तथा विधायक डाॅ0 अवधेश सिंह, विधायक, पिण्डरा एवं विधायक डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी, विधायक, वाराणसी दक्षिण की गरिमामयी उपस्थिति होगी। कार्यक्रम में भारत सरकार के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमान्शु नागपाल तथा दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के उपनिदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी समेत अन्य अधिकारी/पदाधिकारीगण सम्मिलित होगे। कार्यक्रम के दर्शक दीर्घा में स्वायत्य संस्थानों के प्रतिनिधि, आशा कार्यकत्री, आँगनवाड़ी कार्यकत्री, प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर पर शिक्षण प्रदान करने वाले शिक्षक एवं विशेष शिक्षक, जिले के प्रमुख समाजसेवी संस्थानों के अधिकारी/पदाधिकारी एवं उनके प्रतिनिधिगण, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, पी0ए0सी0, एन0सी0सी0 कैडेट तथा दिव्यांगता के क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान करने वाले व्यक्तियों का आगमन हो रहा है। कार्यक्रम में दिव्य कलाओं का प्रस्तुतीकरण भारत के 06 राज्यों से आए हुए सैकड़ों दिव्यांगजनों द्वारा प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। 26 मई को दिव्य कला शक्ति कार्यक्रम के अवसर पर तैयारियों के संदर्भ में द्वितीय दिवस अभ्यास सत्र आयोजित किया गया।