*मनरेगा संबंधी कार्यों की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न*
*पहले से हुए कार्यों को नए कार्यों में दिखाया गया तो संबंधित के खिलाफ होगी कड़ी कार्यवाही:निखिल टी फुंडे*
*चंदौली/ जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे की अध्यक्षता में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में संपन्न हुई।
जनपद में मनरेगा योजना के अंतर्गत कराए गए कार्यों की ब्लाकवार समीक्षा कर आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारीगण को दिए। जिलाधिकारी ने कच्चे काम में फर्जीवाड़े की शिकायतें पर कड़ी फटकार लगाते हुए सभी उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आमजन के द्वारा शिकायतें बहुत मिल रही हैं जनपद में मनरेगा के कार्यों का जल्द ही सत्यापन होगा संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही सुनिश्चित होगी। मनरेगा के कार्य में लेबर जितने दिखाए जा रहे हैं उतने मौके पर होने चाहिए, लेबर फोटो/अटेंडेंस सही तरीके से ली जाए। किसी तरह के लापरवाही में कार्यवाही के लिए तैयार रहें संबंधित अधिकारी।
बैठक के दौरान डीसी मनरेगा ने बताया कि जनपद में 774 अमृत सरोवर के सापेक्ष 522 पर कार्य चल रहा है एवं 169 बाकी रहने पर जिलाधिकारी ने रुके हुए कार्यों पर तेजी से कार्य कराए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में निर्मित खेल के मैदान की सूची और किसी विशिष्ट खेल को प्रोत्साहित करने के जो प्रयास किए गए हैं उनकी लिस्ट बना के तीन दिवस के अंदर प्रस्तुत करें। बैठक में ग्राम पंचायत अमडा में गौशाला निर्माण में व्यवधान के कारण की पूछताछ कर समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
बैठक में डीसी मनरेगा ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में 31 पंचायत भवन मनरेगा से निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसमें से 11 पूर्ण हो गए हैं शेष में कार्य चल रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता में किसी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाएं एवं पंचायत भवन के निर्माण में टाइमलाइन का पूर्ण ध्यान रखा जाए।
जिलाधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि सकलडीहा,बरहनी,धानापुर के बीडीओ द्वारा कुछ ग्राम प्रधान का डोंगल जमा कर प्रधान, सचिव को नियंत्रित करने का कार्य किया गया है। यह अत्यंत खेद जनक है तत्काल सभी का डोंगल वापस करें अन्यथा संबंधित के खिलाफ सस्पेंड की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। सभी खंड विकास अधिकारी फील्ड में निकलें और निर्माणाधीन एवं वित्तीय वर्ष में पूर्ण आंगनवाड़ी भवन,पंचायत भवन,अमृत सरोवर की गुणवत्ता कार्य की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी एस एन श्रीवास्तव, डीसी मनरेगा, समस्त खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।