ग्राम्या संस्थान को जिला प्रशासन ने दिया सम्मान‌

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नौगढ़ के बनवासी क्षेत्र में सामाजिक बदलाव की मिसाल बनी सुश्री बिंदु सिंह 

चंदौली में बाल विवाह और घरेलू हिंसा के खिलाफ संघर्ष के लिए  मिला सम्मान

नौगढ़। वनवासी क्षेत्र में समाज सुधार और जागरूकता के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले ग्राम्या संस्थान को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया है। चंदौली के कलेक्ट्रेट हॉल में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में संस्थान की निदेशक सुश्री बिंदु सिंह को प्रशस्ति-पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एडीजे, मुख्य विकास अधिकारी, सीएमओ, डीपीओ समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लेकर उनके कार्यों की प्रशंसा की। 

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ग्राम्या संस्थान ने वनवासी इलाकों में किशोरियों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ महिलाओं पर घरेलू हिंसा, बाल विवाह और अन्य सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। संस्थान ने स्थानीय समुदाय को जागरूक और सशक्त बनाते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। सुश्री बिंदु सिंह के नेतृत्व में ग्राम्या संस्थान ने बीते कई वर्षों से जमीनी स्तर पर कार्य करते हुए समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया है। उनके प्रयासों ने विशेष रूप से महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य, शिक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया है। उनका यह समर्पण वनवासी क्षेत्र में सामाजिक बदलाव की एक मिसाल बन गया है।

कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों ने सुश्री बिंदु सिंह के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका कार्य समाज के अन्य संगठनों और व्यक्तियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने ग्राम्या संस्थान की पहल को एक अनुकरणीय उदाहरण बताते हुए कहा कि इस तरह के प्रयास समाज में स्थायी और सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक होते हैं। ग्राम्या संस्थान को मिला यह सम्मान न केवल उनके द्वारा किए गए कार्यों की मान्यता है, बल्कि यह समाज सुधार के लिए और अधिक जोश और ऊर्जा के साथ काम करने की प्रेरणा भी प्रदान करता है।

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