वाराणसी/ काशी हिंदू विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय कामाच्छा वाराणसी में स्मार्ट विजन ग्लास नामक उपकरण का वितरण कार्यक्रम किया गया। यह उपकरण चुनिंदा मेधावी दृष्टि बाधित विद्यार्थियों के मध्य वितरित किया गया । प्रथम प्रयास में यह केवल सात विद्यार्थियों को वितरित किया गया है । यह एक नवीन उपकरण है, जो एस. एच. जी. बेंगलुरु के द्वारा निर्मित किया गया है तथा राष्ट्रीय दृष्टिबाधितार्थ संघ (नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड) इंडिया मुंबई के प्रयास द्वारा वितरण संभव हुआ। एक उपकरण की कीमत लगभग 48000 रूपये है। यह उपकरण अमेजॉन एंप्लॉय फंड से प्रदत्त एवं सहायता प्राप्त है।
कार्यक्रम का उद्घाटन संकाय प्रमुख प्रोफेसर अंजलि बाजपेई, श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल, राष्ट्रीय दृष्टिबाधित अर्थ संघ के तकनीकी हेड तथा कार्यक्रम समन्वयक डॉ योगेंद्र पांडे एसोसिएट प्रोफेसर शिक्षा संकाय द्वारा प्रारंभ किया गया। संकाय प्रमुख प्रोफेसर अंजलि वाजपेई ने तकनीक का महत्व बताया तथा यह विश्वास जताया कि सभी लाभार्थी उपकरण का उपयोग कर अपने पठन-पाठन को उन्नत बनाएंगे एवं जीवन में आत्मनिर्भर होकर समाज एवं देश को सशक्त करेंगे । श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल जी ने उपकरण का उपयोग विधि एवं रखरखाव पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में डॉक्टर विमल कुमार डेंगला मानद महासचिव नैब इंडिया, अपने ऑनलाइन संबोधन में सभी लाभार्थियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने यह भी जोड़ा की भविष्य में शिक्षा संकाय के साथ MOU पर हस्ताक्षर की ही बात कही जिससे वाराणसी एवं इसके आसपास के दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को तकनीक रूप से सक्षम बनाने में मदद किया जा सके। आज के कार्यक्रम में जो लाभार्थी थे वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय के शोध विद्यार्थी, B.Ed एवं M.Ed के दृष्टिबाधित विद्यार्थी रहे । यह विद्यार्थी लाभार्थी उपकरण पा कर प्रश्नचित थे ।
अंत में इस कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ योगेंद्र पांडे विस्तार से उपकरण की प्रयोग विधि बताई यथा यह उपकरण दृष्टिबाधितों के चश्मे पर लगाकर किताबों को पढ़ा जा सकता है । कुछ दूरी पर वस्तुओं को पहचानना तथा नाम को बोल सकता है । यह उपकरण बहुत बड़े ग्रंथालय से ऑनलाइन जुड़ जाता है जिससे दृष्टिबाधित बोलकर किताबों की सामग्री खोज कर ध्वनि माध्यम से सुनकर पढ़ लेते हैं ।अतः यह उपकरण आने वाले समय में दृष्टिबाधितों के जीवन में क्रांति ला सकती है यह उन्होंने अपने वक्तव्य में जोड़ा । अंत में सभी अतिथियों तथा उपकरण के प्रायोजक को विशेषतः नैब इंडिया का धन्यवाद ज्ञापित किया।