(बैंकिंग एवं फाइनेंस (बीएफएसआई) ट्रेड में प्रशिक्षित 150 युवा लाभान्वित)
धनबाद।बीसीसीएल अपनी सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से धनबाद और आसपास के युवाओं को कौशल विकास के विभिन्न रोजगापरक प्रशिक्षणओं के माध्यम से सशक्त बना रहा है। कंपनी ने हाल ही में अपनी एक विशेष सीएसआर पहल के तहत प्रमित फाउंडेशन कोलकाता के सहयोग से धनबाद और आसपास के क्षेत्रों के 150 युवाओं को लाभान्वित करते हुए एक कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। बीएफएसआई-क्रेडिट प्रोसेसिंग अधिकारी पर केंद्रित यह प्रशिक्षण, प्रतिभागियों को वित्तीय सेवाओं में आवश्यक कौशल से लैस करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया, जिसमें बैंकिंग, निवेश, बीमा आदि से संबंधित प्रशिक्षण शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि इन 150 प्रशिक्षणार्थियों में से 101 महिला प्रतिभागी हैं।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों के लिए आज बीसीसीएल के कोयला नगर स्थित जुबली हॉल में आयोजित एक समारोह में, बीसीसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री समीरन दत्ता द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और विभिन्न कंपनियों के ऑफर लेटर वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) मुरलीकृष्ण रमैया, प्रमित फाउंडेशन के सलाहकार एवं संस्थापक प्रसेनजीत कुंडू, और प्रमित फाउंडेशन के निदेशक स्वपनेंदु बिकास मंडल सहित बीसीसीएल के महाप्रबंधक (कार्मिक) सीएसआर बिद्युत साहा, डी. के बेहरा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
960 घंटे (तीन माह) के कार्यक्रम की सफल समाप्ति पर सीएमडी समीरन दत्ता ने अपनी खुशी व्यक्त की और अपने संबोधन में उन्होंने भारत के युवा कार्यबल के लिए आर्थिक कौशल के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “भारत की युवा आबादी के लिए एक वित्तीय एवं आर्थिक क्षेत्र में कौशल अनिवार्य है। यदि हमारा युवा कार्यबल ठीक से प्रशिक्षित होगा, तो हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया में नंबर एक बनने की क्षमता रखती है।” उन्होंने पूरे देश के लिए कोकिंग कोयला उत्पादन में बीसीसीएल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम न केवल देश में सर्वाधिक कोकिंग कोयला उत्पादन करते हैं बल्कि अपनी सीएसआर एवं जन कल्याण की गतिविधियों के माध्यम से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने आगे कहा, “भविष्य में बीसीसीएल अपनी सीएसआर और सामुदायिक विकास गतिविधियों के तहत कई अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों को भी आरंभ करने वाला है। प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर साथ-साथ चलने चाहिए। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 100% प्रतिभागियों को नियुक्तियां मिली हैं। हम न केवल प्रशिक्षण और नौकरियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, बल्कि उद्यमिता को बढ़ावा देने पर भी ध्यान दे रहे हैं। बीसीसीएल आपकी यात्रा के हर कदम में आपका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।” उल्लेखनीय रूप से, 100% इच्छुक उम्मीदवारों ने झारखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों की विभिन्न कंपनियों में नियुक्तियां प्राप्त कीं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षुओं के लिए बोर्डिंग और भोजन सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया। बीसीसीएल ने इस पहल के लिए 41.74 लाख रुपये का व्यय किया है, जो कौशल विकास के माध्यम से स्थानीय युवाओं को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। बीसीसीएल ने प्रतिभागियों से प्रतिक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण विवरण प्राप्त करने के लिए एक वेब-पोर्टल भी विकसित किया है।
बीसीसीएल अपनी सीएसआर पहलों के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।