भदोही समीर वर्मा, सचिव, समाज कल्याण विभाग उ0प्र0 शासन/नोडल अधिकारी जनपद भदोही की अध्यक्षता में बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत कार्यो की समीक्षा बैठक कलेक्टेªट सभागार में सम्पन्न हुई। नोडल अधिकारी ने बताया कि बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत कार्यो के लिए शासन प्रशासन गम्भीरता से प्रतिबद्ध है। बचाव व राहत कार्य के हर एक आयामों/बिन्दुओं पर जिला आपदा प्रबन्धन समिति के द्वारा प्रभावी तौर पर स्थलीय निगरानी कार्य किया जा रहा है।
जिलाधिकारी गौरांग राठी ने अवगत कराया कि बाढ़/अतिवृष्टि से बचाव हेतु जनपद में ‘‘जिला बाढ़ कन्ट्रोल रूम’’ आई सी0सी0सी0 संयुक्त कार्यालय में स्थापित किया गया है। जिसमें प्रत्येक आठ घण्टे दो-दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। कन्ट्रोल रूम का फोन नम्बर-05414-250223, 05414-250308 पर प्राप्त शिकायतों को तत्काल तहसील कन्ट्रोल रूम में स्थापित किया जाता है। तदोपरान्त जिला कन्ट्रोल रूम शिकायतकर्ता एवं सम्बन्धित विभाग के शिकायत के निस्तारित होने तक सम्पर्क किया जाता है। जनपदस्तरीय 22 सदस्यीय टीम की जिलाधिकारी की अध्यक्षता में, तीनों तहसीलों में सम्बन्धित उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में 14 सदस्यीय, इसी प्रकार ब्लाक स्तरीय एवं ग्राम स्तरीय समिति की बैठक भी सभी विकास खण्डो व सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया है। तहसील ज्ञानपुर के अन्तर्गत तीन ग्राम-छेछूआ उपरवार, इटहरा उपरवार, अमिलौर उपरवार में आबादी प्रभावित कुल 68 परिवारों के 350 प्रभावित लोगो को तीन बाढ़ शरणालय, श्री नरायण इण्टर मिडिएट कालेज धनतुलसी, शिवकरन मिश्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इटहरा, प्राथमिक विद्यालय अमिलौर उपरवार में दिनांक 26 अगस्त से 03 सितम्बर तक राहत कार्य संचालित करते हुए 4050 लंच पैकेट तथा 75 राशन किट का वितरण किया गया।
दिनांक 30 अगस्त 2022 को गंगा नदी का जल स्तर चेतावनी के जल स्तर ऊपर चला गया था, परन्तु खतरे के जल स्तर से नीचे था, जिसके कारण दिनांक 26 अगस्त से 03 सितम्बर तक तहसील ज्ञानपुर के कुछ ग्रामों में आबादी तथा फसल प्रभावित हुई थी। बाढ़ राहत कैम्प में शरणार्थी के लिए स्वच्छ पेयजल, साफ-सफाई, शौचालय आदि की व्यवस्था हेतु नजदीकी नगर निकायों से क्लोरिन युक्त स्वच्छ पेयजल पानी के टैक्कर, राहत कैम्प में स्थापित कराये गये थे। कैम्प के साफ-सफाई हेतु शिफ्टवार सफाई कर्मी लगाये गये थे। कैम्प में समय-समय पर एन्टीलार्वा का छिड़काव कराने के साथ ही साथ फागिंग भी कराया गया। कैम्प में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं/वृद्धजनों के टीकाकरण हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा पर्याप्त चिकित्सीय दल तैनात किया गया था। जो आवश्यक पर्याप्त दवाओं के साथ कैम्प में उपस्थित रहकर बच्चों/गर्भवती महिला/वृद्धजनों की चिकित्सकीय जॉच एवं जरूरी दवाए उपलब्ध कराने के क्रम में कुल 13890 क्लोरीन टैबलेट, 6959 ओ0आर0एस0 पैकेट, 485 डिग्रिटी किट का वितरण किया गया।
बाढ़ व जल प्लावन से से प्रभावित तीन ग्रामों सहित पशुपालन विभाग द्वारा कुल 21 बाढ़ चौकियों का गठन, 1675 एच0एस0 टीकाकरण, 740 पशुओं को दवा का वितरण एवं उपचार सहित 12 कुन्तल भूसा/चारा का वितरण किया गया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में एक सरकारी नाव, 62 बड़ी नाव, 96 छोटी नाव, की व्यवस्था के साथ अतिरिक्त पी0ऐ0सी0 वाराणसी से 03 मोटर बोट, की व्यवस्था की गयी थी, जिनका समय समय पर आवश्यकता अनुरूप सहायता ली गयी थी। 15 सामान्य नाव व तीन मोटर बोट संचालित थी बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य के लिए एक पी0ए0सी0 बल तैनात था। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण हेतु चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गयी थी। सुरक्षा हेतु पुलिस की ड्यूटी एवं पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था की गयी थी। बाढ़/अतिवृष्टि में कोई जनहानि या पशुहानि नही हुइ है। परन्तु अतिवृष्टि से कुल 65 कच्चा/आंशिक मकानों व एक पक्के मकानों की क्षति के अनुरूप 213200/ रूपये की धनराशि का वितरण अभी तक सम्बन्धित उप जिलाधिकारी द्वारा किया गया है।
समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री भानु प्रताप सिंह, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अपर जिलाधिकारी न्यायिक श्री शिवनारायण सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी संतोष कुमार चक, उप जिलाधिकारी-श्री लाल बाबू दूबे, श्री चन्द्रशेखर, श्री अश्वनी कुमार पाण्डेय, एवं सभी जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।