प्रदेश के 37 जनपदों में बनने वाले 74 वृहद गो संरक्षण केन्द्रों का वर्चुअली शिलान्यास
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां पशुपालन निदेशालय के परिसर में स्थित पशु जैविक औषधि संस्थान के पुनर्रोद्धार एवं आधुनिकीकरण कार्य का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 15 करोड रुपये की लागत की कार्य योजना से संस्थान द्वारा 31 दिसम्बर, 2024 तक गलाघोटू, बी0क्यू0, ईटीवी एवं स्वाइन फीवर वैक्सीन का उत्पादन प्रारम्भ होगा और भविष्य में प्रदेश वैक्सीन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा। श्री सिंह ने कार्यक्रम में वर्चुअली रूप से प्रदेश के 37 जनपदों में 118.49 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले 74 वृहद गो संरक्षण केन्द्रों का भी शिलान्यास किया। जिसमें करीब 30 हजार निराश्रित गोवंश को आश्रय प्राप्त होगा। पशुधन मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने उ0प्र0 स्थापना दिवस के अवसर पर पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं शुभारम्भ किया।
पशुधन मंत्री ने मुख्यमंत्री स्वदेशी गो-संवर्द्धन योजना अंतर्गत 06 लाभार्थियों को चयन पत्र दिये और वाराणसी, अयोध्या, बरेली, गोरखपुर, प्रयागराज व ललितपुर के लाभार्थियों से संवाद कर उनके सुझाव प्राप्त किए और उनकी समस्याओं का निदान किया। इस योजना में लाभार्थी द्वारा 02 स्वदेशी गोवंश का क्रय प्रदेश के बाहर से किया जायेगा तथा उसका बीमा कराया जायेगा। योजना में कुल 02 लाख रूपये तक का व्यय 40 प्रतिशत (अधिकतम 80 हजार) अनुदान लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजा जायेगा।
पशुधन मंत्री ने जनपद फिरोजाबाद, रायबरेली तथा मथुरा में एक-एक नवीन पशुचिकित्सालय, जनपद शाहजहॉपुर के ग्राम सलिया, तहसील सदर में पशु चिकित्सा पाली क्लीनिक की स्थापना, अतिहिमीकृत वीर्य उत्पादन केन्द्र रहमान खेड़ा लखनऊ के परिसर में विशिष्ट प्रयोगशाला के निर्माण हेतु 168 करोड़ रूपये की परियोजना का भी वर्चुअली शिलान्यास किया। इस योजना के शुरू होने से प्रदेश को 05 लाख डोज वर्गीकृत वीर्य प्रतिवर्ष, कुल 05 वर्ष में 25 लाख डोज वर्गीकृत वीर्य का उत्पादन हो सकेगा।
कार्यक्रम में पशुधन विभाग के विशेष सचिव देवेन्द्र पांडेय, अमरनाथ उपाध्याय, दुग्ध आयुक्त शशिभूषण लाल सुशील, विशेष सचिव दुग्ध राम सहाय यादव, पशुपालन विभाग के निदेशक डा0 ए0के0 जादौन, एलडीवी के कार्यकारी अधिकारी डा0 नीरज गुप्ता, अपर निदेशक डा0 जे0के0 पाण्डेय, विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित मैत्री कार्यकर्ता एवं विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।