बीजपुर | एनटीपीसी रिहंद स्टेशन के सीएसआर एवं ईएमजी विभाग नें परियोजना के समीपवर्ती ग्रामसभा डोड़हर के विस्थापित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु उन्हे राख़ से बनी शिल्पकला का प्रशिक्षण दिये जा रहे कार्यक्रम का समापन सोमवार को बाल भवन मे किया गया । इस प्रशिक्षण द्वारा डोड़हर के विस्थापित महिलाओं की स्वयंसेवी समूह को आय का स्रोत मिल सकेगा | कार्यक्रम का उद्घाटन महिलाओं की स्वयंसेवी संस्था वर्तिका महिला मण्डल समिति की अध्यक्षा श्रीमति कृष्णा चट्टोपाध्याय ने अन्य सहअतिथियों के साथ परंपरागत ढंग से किया | एनटीपीसी की इस नयी पहल की शुरुआत को चिन्नहित करने के लिए टोकन के रूप में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा वर्तिका महिला मण्डल की पदाधिकारी महिलाओं को टोकन के रूप में राख़ से बने पोट्स दिए गए। यह प्रशिक्षण 1 सप्ताह चला और इस प्रशिक्षण में फ्लाई ऐश से विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां बनाना सिखाया गया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जाकिर खान ने कहा कि इस पहल के माध्यम से सीएसआर एवं ईएमजी विभाग ने एक बार फिर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है। तत्पश्चात वरिष्ठ प्रबन्धक (ईएमजी) श्री अमित धीमान ने अपने उद्बोधन में कहा कि इन ग्रामीण महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करने की यह विशेष पहल न केवल उनके विकास में मदद करेगी बल्कि बेहतर पर्यावरण की दिशा में भी एक कदम होगा ।कार्यक्रम में मुख्य रूप से अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री जाकिर खान, वरिष्ठ प्रबन्धक (ईएमजी) अमित धीमान वर्तिका महिला मण्डल की सदस्याएँ श्रीमति अनीता मेदिरत्ता, श्रीमति सत्यवर्धीनी, श्रीमति विनीता सिन्हा एवं श्रीमति रूपा सिंघा रॉय एवं एसएचजी की महिलाएँ उपस्थित रही । कार्यक्रम का संचालन कार्यपालक (नैगम सामाजिक दायित्व) सुश्री मोक्षदा जोगी, ने किया ।