उत्तरदायी समेकन के लिए कोल आर आर सॉफ्टवेयर का ईसीएल में लोकार्पण

Spread the love

आसनसोल। शुक्रवार को ईसीएल मुख्यालय के सभागार में सॉफ्टवेयर कोल आर आर (भूमि, पुनर्वासन एवं पुनर्व्यवस्थापन का उत्तरदायी समेकन) का लोकार्पण किया गया, इस दौरान ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक  समीरन दत्ता द्वारा कोल आरआर सॉफ्टवेयर का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर निदेशक (वित्त) मो. अंज़ार आलम तथा निदेशक (तकनीकी) योजना व परियोजना  नीलेन्दु कुमार सिंह एवं निदेशक (तकनीकी) संचालन  नीलाद्रि रॉय की गरिमामयी उपस्थिति रही। यह कार्यक्रम विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया, इस दौरान नेशनल इन्फॉर्मैटिक्स सेंटर (एनआईसी) के वरिष्ठ अधिकारियों की भी उपस्थित रही। एनआईसी के उच्च अधिकारियों में डॉ. शुभाग चंद स्टेट कोर्डिनेटर पश्चिम बंगाल, श्री चयन कांति धर पश्चिम बंगाल स्टेट सेंटर,  सी जे एंटनी तमिलनाडु स्टेट सेंटर चेन्नई,  अनिरुद्ध पाल पश्चिम बंगाल स्टेट सेंटर कोलकाता,  आर साईनाथ तमिलनाडु स्टेट सेंटर,  कौशिक कुमार लाहिड़ी पश्चिम बंगाल स्टेट सेंटर,  विश्वजीत चक्रबर्ती पश्चिम बंगाल स्टेट सेंटर,  अनिरबन कुंडु पश्चिम बंगाल स्टेट सेंटर उक्त कार्यक्रम में सम्मलित हुए।

ईसीएल में भूमि अभिलेखों को डिजिटाइज़ करने की यात्रा जनवरी 2019 में शुरू हुई थी जब ईसीएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी ने कुछ विनिर्दिष्ट विशेषताओं के साथ एक गतिशील डेटाबेस लॉन्च करने की अनुशंसा की। पर्याप्त विभागीय बुनियादी ढांचे और सीमित क्षमता की अनुपलब्धता के कारण, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के तहत केंद्र सरकार के गैर-लाभकारी संगठन, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के सहयोग से परियोजना के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया। तदानुसार, मार्च 2022 में एनआईसी, कोलकाता को कार्य आदेश जारी किया गया था। ‘COALRR’, जिसे ईसीएल के भू राजस्व सम्पदा विभाग द्वारा संकल्पित किया गया है और एनआईसी, कोलकाता द्वारा एनआईसी, चेन्नई और एनआईएसआई, दिल्ली के साथ विकास और कार्यान्वयन के लिए स्वीकार किया गया है। यह एक स्वप्निल परियोजना है जो उपर्युक्त सभी आवश्यकताओं और उद्देश्यों को पूरा करेगी। यह पूरे देश में अपनी तरह का पहला प्रयास है। 

इससे कंपनी को भविष्य में कई लाभ होने वाले हैं। भूमि अधिग्रहण, इस पर प्राप्त दखल दिहानी ,परियोजना प्रभावित परिवारों को प्रदत्त मुआवजा, पुनर्वासन व पुनर्व्यवस्थापन लाभों के आँकड़े, भौतिक दस्तावेज डिजिटल रूप में क्लाउड में संगृहीत रहेंगे जो विकृत या नष्ट नहीं होंगे और आवश्यकता पड़ने पर कभी भी आसानी से प्राप्त किये जा सकेंगे। प्रक्रियाओं में अधिक पारदर्शिता भूस्वामियों और विस्थापित परिवारों को सहजता व सुलभता प्रदान करेगी। 

निदेशक मण्डल ने ईसीएल के भू राजस्व सम्पदा विभाग के प्रयासों की सराहना की एवं उक्त सॉफ्टवेयर के लोकार्पण पर हर्ष व्यक्त किया। उक्त कार्यक्रम में भू राजस्व सम्पदा विभाग के विभागाध्यक्ष श्री पार्थ सखा डे एवं उनकी टीम तथा अन्य विभागों के विभागाध्यक्ष व वरिष्ठ अधिकारीगण की उपस्थिती रही। 

Leave a Reply

Your email address will not be published.